बांका (ब्यूरो रिपोर्ट) : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बांका सहित जिले भर में लोगों ने विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर योग एवं प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प लिया। लोगों ने इस अवसर पर इस बात का भी संकल्प लिया कि भारतीय संस्कृति और जीवन पद्धति का अभिन्न अंग रहे योग, ध्यान और प्राणायाम को जन जन तक पहुंचा कर इसे फिर से राष्ट्र की पारंपरिक जीवन पद्धति का अनमोल हिस्सा बनाया जाए।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मंगलवार को बांका सहित जिले भर में विशेष शिविरों का आयोजन कर योग एवं प्राणायाम का अभ्यास किया गया। यह बात दीगर है कि हाल के वर्षों में योग पद्धति के राष्ट्रव्यापी प्रचार-प्रसार के बीच पहले से बड़े पैमाने पर लोग इस वैदिक पद्धति से जुड़कर योग का नियमित अभ्यास कर रहे हैं। जगह-जगह योग अभ्यास शिविर भी लगाए जा रहे हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर मंगलवार को इससे इतर भी अनेक विशेष कार्यक्रम जिले में आयोजित किए गए।
बांका शहर के ऐतिहासिक पुरानी ठाकुरबाड़ी प्रांगण स्थित चौपाल में नियमित योग अभ्यास शिविर का आयोजन होता है, जिसका आज विस्तृत स्वरूप दिखा। इस आयोजन में योग, ध्यान एवं प्राणायाम के अभ्यास को लेकर विशिष्ट जानकारी साधकों को दी गई। इस आयोजन में योग प्रशिक्षिका मीनाक्षी झा ने साधकों को योग एवं प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए कहा कि यह एक ऐसी विधा है जिसे दिनचर्या के तौर पर अपनाने से ना सिर्फ आप रोगों या किसी भी तरह की शारीरिक तकलीफों से महफूज रह सकते हैं, बल्कि आपकी स्थाई रोग निरोधक क्षमता में इससे कई गुना वृद्धि होती है।
योग एवं प्राणायाम के सहारे जहां हम स्वस्थ एवं निरोग रह सकते हैं, वहीं हमारी इम्यूनिटी लगातार बढ़ते जाने के साथ-साथ हमारी क्षमता एवं शारीरिक स्फूर्ति भी बढ़ती उम्र के साथ कायम रहती है। ध्यान एक ऐसी विधा है जिससे आप मनोवैज्ञानिक रूप से सबल एवं स्वस्थ रहते हैं। यह न सिर्फ वैज्ञानिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, बल्कि आध्यात्मिक तौर पर भी यह विधा ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक सिद्ध होती है। योग शिविर में कल्पना झा सहित बड़ी संख्या में खासतौर से महिलाओं ने भाग लिया।
उधर समाहरणालय परिसर में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग साधना के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक पदाधिकारियों एवं कर्मियों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन में साधकों को योगाभ्यास कराने के लिए मुख्य रूप से पतंजलि योगपीठ के आचार्य सोमदेव पधारे थे। जिला मुख्यालय के आरएमके मैदान एवं चांदन नदी तट पर मां तारा मंदिर परिसर सहित अनेक प्रमुख स्थलों पर भी आज योग शिविर के आयोजन किए गए। जिले के अन्य प्रखंडों एवं प्रमुख कस्बों से भी अंतररष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग शिविरों के विशेष आयोजन की खबर है, जहां बड़ी संख्या में साधकों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।