बांका लाइव ब्यूरो : तो क्या कांग्रेस इस बार बिहार में विधानसभा चुनाव महागठबंधन से अलग हटकर अकेले दम पर लड़ेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस की ओर से बांका जिला के चुनाव प्रभारी अर्जुन मंडल की इस संबंध में एकतरफा घोषणा तो कुछ इसी प्रकार का संकेत देती है।
दरअसल पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के बांका जिला चुनाव प्रभारी अर्जुन मंडल मंगलवार को बांका जिले के दौरे पर थे। वह बेलहर से होते हुए बांका पहुंचे थे और यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक मीटिंग भी की। मीटिंग में उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जिले में वे विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दें। कांग्रेस पार्टी बांका जिले की 3 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इससे पहले बेलहर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
जिला चुनाव प्रभारी पूर्व मंत्री अर्जुन मंडल ने तो यहां तक कहा कि बांका जिले में कांग्रेस बांका, अमरपुर तथा धोरैया सुरक्षित विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एकजुट होकर चुनाव की तैयारी आरंभ करें, ताकि पार्टी के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित की जा सके।
हालांकि कांग्रेस बिहार में राजद एवं कतिपय अन्य दलों के साथ महागठबंधन में है। लेकिन मंगलवार को पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री की इस आशय की घोषणा से यहां महागठबंधन के अन्य दलों में भी संशय की स्थिति कायम हो गई है। वैसे पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के जिला चुनाव प्रभारी की इन घोषणाओं को लेकर स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह उनका व्यक्तिगत विचार था या पार्टी का नीतिगत निर्णय!
बहरहाल बांका जिले में पांच विधानसभा सीट हैं। इनमें से दो कटोरिया और बेलहर में राजद के विधायक हैं। जबकि अमरपुर एवं धोरैया में जदयू के और बांका में बीजेपी के विधायक हैं। कांग्रेस के चुनाव प्रभारी के निर्णय से तो लगता है सिर्फ बेलहर और कटोरिया की सीटिंग विधानसभा सीट ही आरजेडी को मिलने वाली है! बाकी के सीटों पर कांग्रेस ने महागठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने का एकतरफा निर्णय ले लिया है!
कांग्रेस नेता के इस बयान ने महागठबंधन की चुनावी तैयारियों के बीच एक विवाद की स्थिति पैदा कर दी है। हालांकि इस बयान की महागठबंधन के नीतिगत निर्णय को प्रभावित करने वाले बड़े नेताओं के बीच कितनी अहमियत है, यह तो कहा नहीं जा सकता। लेकिन राजनीति के जानकारों का मानना है कि कांग्रेस नेता अर्जुन मंडल का यह बयान यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सिर्फ बूस्ट अप करने के लिए है। कांग्रेस और महागठबंधन की चुनावी नीतियों से इसका कोई लेना देना नहीं।