बांका (ब्यूरो रिपोर्ट) : बांका जिले के एक 43 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद जहां जिले भर में हड़कंप मच गया है, वहीं मुंबई से भागलपुर तक की एंबुलेंस यात्रा में इस मरीज के साथ रहने वाले दो व्यक्तियों को चिन्हित कर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है।
ज्ञात हो कि कल बांका जिले के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत एक गांव कौशलपुर के एक व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। इसके बाद जैसे जिले भर में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गयी। इधर स्वास्थ्य एवं जिला प्रशासन ने भी इस नई स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह कमर कस ली।
इसी बीच राहत पहुंचाने वाली खबर यह आयी कि कौशलपुर के जिस व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है वह शख्स बांका जिले में पहुंचा ही नहीं। भागलपुर में ही उसकी पहचान कर सैंपल जांच कराई गई। इससे पहले उसे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया। कोरोना की पुष्टि होने के बाद उसका इलाज भागलपुर मायागंज हॉस्पिटल में चल रहा है।
लेकिन तभी चिंता और परेशानी की एक और रेखा उभर आयी। वह यह कि कौशलपुर का यह कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मुंबई से जिस एंबुलेंस से भागलपुर पहुंचा, उस पर अमरपुर प्रखंड के ही मैनमा गांव की एक महिला की लाश थी। साथ ही उस एंबुलेंस पर मृत महिला के भी दो अन्य रिश्तेदार थे। फिर यह भी कि कौशलपुर के उस कोरोना पॉजिटिव मरीज से उसके परिवार के कौन-कौन लोग मिले!
बताया गया कि ये दोनों रिश्तेदार मैनमा गांव तक साथ आए। इन दोनों में से एक मैनमा गांव का ही था जबकि एक व्यक्ति अन्य गांव का। कौशलपुर के व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट के बाद इन दोनों व्यक्तियों की भी खोज होने लगी। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट मोड में आ गया।
बुधवार की रात ही दोनों को प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ट्रेस कर लिया। दोनों को बांका सदर अस्पताल लाया गया, जहां आरंभिक जांच के बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। इसके साथ ही बांका सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संदिग्धों की कुल संख्या 29 हो गई है। 27 संदिग्ध पहले से ही इस वार्ड में थे।
इस बीच स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन इस बिंदु पर भी छानबीन कर रहे हैं कि कौशलपुर के कोरोना संक्रमित मरीज के क्लोज कांटेक्ट में रहे इन दोनों व्यक्तियों के अपने अपने इलाके के किन-किन लोगों से संपर्क रहे। आरंभिक तौर पर ऐसे करीब दो दर्जन लोगों को चिन्हित करते हुए उन्हें होम क्वारंटीन होने का निर्देश दिया गया है। हालांकि इस मसले पर जहां आम लोगों की घबराहट, वहीं स्वास्थ्य और प्रशासनिक महकमे की परेशानी यात्रा कम नहीं हो जाती। परेशानी का सबब उन लोगों को चिन्हित करने का मसला भी है जो मैनमा की मृत महिला के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।