बांका लाइव ब्यूरो : बेशक, ऐसी घटनाएं समाज के लिए कलंक हैं। ऐसी खबरें भी समाज के लिए गलत संदेश का संवाहक हो सकती हैं। लेकिन किसी भी संवेदनशील व्यक्ति को मर्मान्तक पीड़ा पहुंचाने वाली इस खबर का मकसद सिर्फ समाज की उन स्थितियों से भी आप को बा-खबर रखना है, जिन्हें सभ्य समाज में अनैतिक, अमानवीय और अप्राकृतिक कहा जाता है। समाज का दायित्व है कि ऐसी स्थितियां कभी भी और कहीं भी पनपने न पाए, इस बात का सदैव प्रयास रखा जाए।
बहरहाल, खबर यह है कि कोरोना की त्रासदी और बढ़ते अपराधकर्मों से बेजार बांका जिले में एक कपूत ने अपनी ही मां को पीट पीट कर मार डाला। घटना बांका जिला अंतर्गत जयपुर उप थाना क्षेत्र के जयपुर मंडल टोले की है। इस घटना ने सभ्य और संवेदनशील समाज के सर्वोच्च संवेदनशील एवं पवित्रतम मानवीय रिश्ते की गरिमा और मर्यादा को तार-तार कर के रख दिया है।
जयपुर के मंडल टोला में एक कुपुत्र ने पहले तो पीट-पीटकर और फिर गला दबाकर खुद अपनी ही मां की हत्या कर दी। मां पदमा देवी की उम्र करीब 60 वर्ष थी। उसके परिजनों के मुताबिक वह घर में खाना बना रही थी। इसी दौरान उसका पुत्र पवन कहीं से आया और अचानक मां के साथ मारपीट करने लगा। फिर उसने गला दबाकर मां की हत्या कर दी। इतने भर से उसका जी नहीं भरा। उसने पत्थर से अपनी मृत मां का सिर कुचल दिया।
घटनास्थल जयपुर थाना से महज 200 गज की दूरी पर है। सूचना मिलने पर पुलिस भी फौरन घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए हत्यारे पुत्र पवन को गिरफ्तार कर लिया है। परिवार वालों ने कहा कि पवन शुरू से बिगड़ैल था। घरवाले उसकी कारगुजारियों से परेशान रहते थे। वह अनावश्यक रूप से अपने माता-पिता, भाई-बहन एवं बच्चों के साथ मारपीट करता था। घर के लोग उसे देखते ही डरते थे।
घर के लोगों के इसी डर ने आखिरकार उसे मां की हत्या करने तक का हौसला प्रदान कर दिया। उसने वह कर दिया जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। जिसने मां और बेटे के पवित्रतम व विश्वास के रिश्ते की संवेदनाओं को चाक करके रख दिया। अलबत्ता, हत्यारा कुपुत्र पुलिस की गिरफ्त में है, और समाज में उसकी घोर निंदा हो रही है।