BANKA : चांदन नदी पर बने डायवर्जन की ठीक नहीं है स्थिति, कभी भी बढ़ सकती है परेशानी
बांका लाइव ब्यूरो : बांका में चांदन नदी पर बने डायवर्जन की स्थिति ठीक नहीं है। स्थिति यह है कि इसके कभी भी अवरुद्ध हो जाने की आशंका बनी हुई है। इससे यहां के लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। हालांकि प्रशासन के अधिकारी इस पर नजर रखे हुए हैं। लेकिन बावजूद इसके जिस तरह इसके निर्माण में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ाई गई थीं उससे इसके स्वास्थ्य को लेकर बहुत कुछ आश्वस्त होकर कहा भी नहीं जा सकता। ऐसा आम लोगों का भी मानना है।

इस वर्ष मानसून की दस्तक के साथ ही जिस तरह बारिश ने अपनी मुसलसल मौजूदगी दर्ज कराई है, उससे क्षेत्र की कई नदियों का जलस्तर बढ़ा है। हालांकि चांदन नदी के ऊपर डैम बना है फिर भी संबंधित जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी में पानी का बहाव जारी है। वैसे कल से इस क्षेत्र में बारिश से मिली कुछ राहत की वजह से लोगों को डायवर्जन पर होने वाले खतरे की आशंका से भी राहत मिली है।
डायवर्जन की स्थिति कुछ इस प्रकार है कि इस पर चलना आसान नहीं रह गया है। बस लोगों को या उनके वाहनों को नदी से होकर नहीं गुजरती पड़ता। वरना डायवर्जन पर चलना भी कम खतरनाक और मुश्किल भरा काम साबित नहीं हो रहा। डायवर्जन पर बारिश की वजह से छोटे बड़े सैकड़ों गड्ढे बन गए हैं जिनमें पानी जमा है। आने जाने वाले उन की गहराइयों का अंदाजा नहीं लगा पाते, जिनसे होकर उछलते कूदते उन्हें पार करना पड़ता है।

कई जगह डायवर्जन के उत्तर और दक्षिण कटाव भी हुआ है। हालांकि अधिकारी इससे फिलहाल किसी भी प्रकार के बड़े नुकसान की आशंका से इनकार करते हैं। इस डायवर्जन का निर्माण विगत विधानसभा चुनाव के समय अस्थाई तौर पर किया गया था। इसके निर्माण में करोड़ों की राशि व्यय की गई थी। कब यहां के नेताओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा कहा गया था कि जल्द ही पुल निर्माण में काम लगेगा। साथ ही चांदन पुल के उत्तर एक व्यवस्थित डायवर्जन बनेगा जो पुल का निर्माण होने तक छोटे-बड़े वाहनों के आवागमन का जरिया होगा।
लेकिन चुनाव को खत्म हुए महीनों बीत गए, पुल निर्माण के लिए अभी टेंडर भी नहीं हो सका है। डायवर्जन के निर्माण में भी हाथ नहीं लग पाया है। बांका जिला मुख्यालय से जिले के बाराहाट, रजौन, धोरैया एवं बौंसी प्रखंडों से संपर्क का एकमात्र जरिया चांदन नदी पर बना यह कच्ची डायवर्सन ही है। अगर बारिश लगातार जारी रही तो किसी दिन इसका वजूद मिट भी सकता है और तब बांका जिला एक बार फिर से दो हिस्सों में बांट कर रह जाएगा। ज्ञात हो कि अभी भी बड़े वाहनों के परिचालन के लिए इस अस्थाई डायवर्जन पर अनुमति नहीं है। इस पर सिर्फ छोटे चार पहिया वाहन ही चल सकते हैं। लेकिन आवागमन की इस मामूली सुविधा को भी कब ग्रहण लग जाए, कहा नहीं जा सकता!