BANKA : ‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय’ …बस, यही कुछ चरितार्थ हुआ इस भीषण हादसे में!
बांका लाइव ब्यूरो : वो एक कहावत है ना.. जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय! तो बस यही कुछ हुआ इस भीषण हादसे में। काफी ऊंचाई से एक तेज रफ्तार ऑटो पानी की तेज धार वाली नहर में गिरने के बाद भी इस पर सवार चालक और यात्री बाल बाल बच गए। उनका बाल भी बांका नहीं हुआ। ऑटो नहर में गिरा, जिसके साथ चालक और यात्री भी गिरे। लेकिन वे सभी सकुशल बिना खरोंच लगाए बाहर निकल आए।
घटना बांका जिला अंतर्गत फुल्लीडुमर प्रखंड क्षेत्र के रमसरिया- खेसर मार्ग की है, जहां मंगलवार की दोपहर एक ऑटो पर सवार हो कर दो व्यक्ति रमसरिया मोड़ से खेसर के लिए निकले। रमसरिया से कुछ दूर आगे बढ़ते ही खेसर जाने के लिए नहर पर बने पुल को पार करना पड़ता है। इस जगह को दसुआ मोड़ कहते हैं। यह काफी तीक्ष्ण और खतरनाक मोड़ है। 90 डिग्री के कोण वाले इस मोड़ पर ऑटो का संतुलन बिगड़ गया और यात्रियों को लेते हुए चालक ऑटो सहित करीब 15 फीट नीचे नहर में जा गिरा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह एक खतरनाक हादसा था। नहर में पानी तेज धार में बह रहा था जिसमें ऑटो गिरा। इस जगह काफी खतरनाक मोड़ होने की वजह से यात्रियों की दूर, चालक को भी संभलने का मौका नहीं मिला। लेकिन जैसा कि कहते हैं ना.. ईश्वर सब का रखवाला है और यदि उनकी इच्छा हो जाए तो आसमान से गिरकर भी किसी का बाल बांका नहीं होता, तो इस ऑटो पर सवार चालक और दोनों यात्रियों का भी इस खतरनाक हादसे में बाल बांका नहीं हुआ।
बांका जिले का फुल्लीडुमर थाना क्षेत्र दुर्घटनाओं के लिए खतरनाक जोन साबित हो रहा है। इस क्षेत्र में कई रोड और पुल दुर्घटना के लिहाज से बेहद डेंजरस पॉइंट हैं, जहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। इनमें दसुआ पुल तथा डलवा मोड़ से आगे छप्पन पुल प्रमुख डेंजरस पॉइंट हैं। छप्पन पुल खेसर से फुल्लीडुमर जाने के रास्ते डलवा मोड़ से कुछ सौ मीटर आगे है जहां हाल ही में एक भीषण बाइक दुर्घटना में एक किशोर की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था।