बांका लाइव ब्यूरो : सेंट्रल ट्रेड यूनियनों एवं उनसे जुड़े विभिन्न सेक्टर के कर्मचारी संघों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का बांका तथा आसपास के जिलों में व्यापक असर है। हड़ताल की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बैंकों में हड़ताल का व्यापक असर रहने से बड़े पैमाने पर वित्तीय लेन-देन भी प्रभावित होने का अनुमान है।
बांका जिले में इस हड़ताल का व्यापक असर है। हड़ताल को सफल बनाने के लिए कल शाम सीपीआई के नेतृत्व में विभिन्न वामपंथी एवं कर्मचारी संगठनों की ओर से यहां मशाल जुलूस निकाला गया। मशाल जुलूस का समापन शहर की सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए गांधी चौक पर हुआ। इस मौके पर वामपंथी नेताओं एवं कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने हड़ताल की वजह बताते हुए एवं केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना की।
ज्ञात हो कि वामपंथी विचारधाराओं वाली सेंट्रल ट्रेड यूनियनों एवं उनसे जुड़े विभिन्न संबद्ध कर्मचारी संगठनों ने श्रम सुधार, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एवं निजीकरण के विरोध समेत 13 सूत्री मांगों को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल में भारतीय मजदूर संघ शामिल नहीं है। जबकि बिहार में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने हड़ताल में शामिल होने का ऐलान किया है।
हड़ताल की वजह से बांका तथा आसपास के जिले के सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की उपस्थिति नगण्य है। कई जगह कर्मचारी संगठनों की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। बैंकों में भी कामकाज पूरी तरह ठप है। जीवन बीमा निगम, विद्युत आपूर्ति आदि विभागों में भी हड़ताल की वजह से कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस हड़ताल में करीब ढाई सौ कृषक संगठनों ने भी शामिल होने की घोषणा की है जिससे बाजार पर भी इस हड़ताल का असर देखा जा रहा है।