BANKA Live : बांका जिले की सुबह आज एक दुखद खबर से हुई। खबर आयी कि जिले के चर्चित अंगिका कवि व साहित्यकार एवं शिक्षाविद नरेश जनप्रिय नहीं रहे। उनका निधन हैदराबाद में हो गया जहां वे अपने इलाज के लिए 2 दिन पूर्व गए हुए थे।
स्वभाव से अत्यंत मिलनसार एवं मृदुभाषी नरेश जनप्रिय बांका जिला अंतर्गत अमरपुर प्रखंड के ग़ालिमपुर गांव के निवासी थे। अपने इलाके के लिए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम किए। क्षेत्र में प्रचलित अंगिका भाषा के उन्नयन एवं विकास में उनकी गहरी अभिरुचि थी। अंगिका क्षेत्र की मातृभाषा है। कुछ समय के लिए वह पत्रकारिता से भी जुड़े और अच्छा काम किया।
अंगिका भाषा में उन्होंने असंख्य कविताएं एवं लेख लिखे। उनके कई संग्रह भी प्रकाशित हैं। अंगिका भाषा एवं साहित्य की सेवा करते हुए उन्होंने शिक्षा दान का भी काम बखूबी किया। उन्होंने संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य के रूप में काम करते हुए अपने इलाके और आसपास के बच्चों को बेहतरीन मार्गदर्शन देने का काम किया।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक नरेश जनप्रिय काफी दिनों से बीमार थे। उन्हें यकृत संबंधी परेशानी थी। उनका इलाज हैदराबाद के सुप्रसिद्ध एआईजी से चल रहा था। दो बार पूर्व में भी वह हैदराबाद एआईजी से अपना इलाज करा चुके थे। दो दिन पूर्व तीसरी बार वह एआईजी के लिए रवाना हुए थे जहां से आज खबर आयी कि उनका निधन हो गया है। उनके निधन की खबर सुनकर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन पर अनेक बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं शिक्षाविदों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।