BANKA : बेलहर में आयोजित सीएम नीतीश कुमार की आज की चुनावी सभा का मुहूर्त कुछ ठीक-ठाक नहीं था शायद। शायद मुहूर्त का ही दोष हो कि आज उन्हें सभा के दौरान कई अवसरों पर हूट होना पड़ा। बहुत कुछ यही वजह रही होगी कि दूर से ही सही सभा मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी मूड कुछ इत्मीनान सा नहीं दिखा।
एक तो सभा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सभा स्थल (झामा मैदान, बेलहर) के समीप ही स्थित बेलहर प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की छात्राओं के भारी विरोध प्रदर्शन एवं नारेबाजी का सामना करना पड़ा। छात्राओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए सीएम को दिखाते हुए काले झंडे और काले रुमाल लहराए। स्थिति को संभालने में सुरक्षाबलों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
छात्राओं में इस बात को लेकर भारी विरोध और आक्रोश था कि बेलहर में लड़कियों के एकमात्र हाई स्कूल प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की मान्यता सरकार ने रद्द कर दी है। इससे उनका भविष्य अंधेरे में डगमगा रहा है। छात्राएं बेलहर प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की मान्यता पुनः बहाल किए जाने की मांग सरकार से कर रही हैं।
लगे हाथ सीएम को उस वक्त झेंप जाना पड़ा जब वे बिहार में शराबबंदी के अपने निर्णय का यशोगान करते एवं सरकार के इस निर्णय की सफलता और शराबबंदी के फायदे गिनाते हुए सभा में मौजूद लोगों से हामी की उम्मीद में उनकी प्रतिक्रिया पूछ रहे थे।
जब मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की तारीफ और अपनी कथित सफलता को लेकर लोगों से उनके विचार पूछे तो सभा मंच के सामने मौजूद लोगों की भीड़ से समवेत स्वर में आवाज गूंजी… ‘शराब तो अब और सुलभ हो गया है, शराब की होम डिलीवरी हो रही है’..! स्वाभाविक है मुख्यमंत्री जी को सामने के लोगों से ऐसे जवाब की उम्मीद नहीं थी। उनका इस जवाब से झेंप जाना स्वाभाविक ही था।