बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले में वज्रपात का कहर जारी है। कभी बारिश और आंधी के साथ तो कभी यूं ही होने वाली वज्रपात की चपेट में आकर जिले में लगातार लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। प्रकृति के इस प्रकोप के समक्ष किसी का कुछ नहीं चल पा रहा।
सोमवार को बांका जिले के चांदन प्रखंड से वज्रपात से हुई दो मौतों की खबर आई। वज्रपात से मरने वालों में एक महिला शामिल है। जानकारी के अनुसार चांदन प्रखंड के कुम्हराडीह पंचायत अंतर्गत उत्तरी वारणेय गांव की 26 वर्षीय महिला मंजू देवी की सोमवार को दोपहर बाद हुए वज्रपात की चपेट में आकर मौत हो गई।
जिस वक्त यह हादसा हुआ, मंजू देवी गांव के पास ही स्थित बहियार में थी। वह खेतों में काम करने गई थी। इसी दौरान वहां हुई वज्रपात की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। इस हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया।
इससे पहले चांदन प्रखंड के ही सिलजोरी पंचायत अंतर्गत कसय गांव के 60 वर्षीय जामुन यादव की वज्रपात से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार जामुन यादव रविवार को ही मवेशी चराने घर से निकले थे। लेकिन वह रात को वापस नहीं लौटे। उनकी काफी खोजबीन की गई, लेकिन पता नहीं चला।
रविवार को सुबह करीब 6 बजे के आसपास जामुन यादव की लाश ग्रामीणों ने पास के खेतों में देखी। ग्रामीणों के मुताबिक उनकी मौत वज्रपात से हुई। लेकिन जब यह हादसा हुआ, तब किसी को पता नहीं चल पाया था।
इधर, वज्रपात की एक अन्य घटना सोमवार को ही दोपहर बाद चांदन प्रखंड के गौरीपुर पंचायत अंतर्गत बाराटांड़ गांव के समीप हुई जहां खेतों में धान रोप रही दो महिलाएं जीरा देवी एवं आशा देवी वज्रपात की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गयीं। खास बात यह कि जब वज्रपात हुआ, तब वहां सिर्फ बूंदाबांदी हो रही थी। घटना सोमवार दोपहर बाद की है। हादसे में घायल महिलाओं का इलाज कराया जा रहा है।