बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेने का एक और मामला सामने आया है। 22 वर्षीय एक विवाहिता ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। घटना रविवार सबेरे की है। घटना की सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और लाश को पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया है। घटना के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
बांका जिला अंतर्गत बेलहर थाना क्षेत्र के बहजोरा गांव में 22 वर्षीय एक विवाहिता संतोषी देवी ने अपने ही घर में गले में फंदा डालकर खुदकुशी कर ली। ग्रामीणों के अनुसार उसका पति महादेव साह रोजी रोटी कमाने के लिए दिल्ली में रहता है। संतोषी की शादी 4 वर्ष पूर्व हुई थी। लेकिन उसे कोई बाल बच्चा अब तक नहीं था।
गांव वालों ने बताया कि करीब 2 साल पूर्व खाना-पीना को लेकर संतोषी का उसके पति के साथ विवाद हुआ था। तब उसने खुद को आग लगाकर बुरी तरह जख्मी कर लिया था। पति ने कर्ज लेकर उसका इलाज कराया था। उसी कर्ज को चुकाने हेतु रोजी रोटी के साथ रुपए कमाने पति महादेव साह दिल्ली चला गया था। अभी वह दिल्ली में ही है।
संतोषी देवी भी अपने मायके में थी। कुछ ही दिन पूर्व वह बहजोरा गांव स्थित अपने ससुराल आई थी। घर में सिर्फ वह और उसकी बूढ़ी सास चंपा देवी (पति स्वर्गीय लखन साह) रहती थी। सास चंपा देवी रविवार की सुबह बहियार गई थी। वहां से लौटने तक सब कुछ ठीक-ठाक था। कुछ देर बाद वह मुंह धोने गई और वहां से लौटकर अपनी बहू संतोषी से नाश्ता मांगा।
लेकिन काफी पुकारने के बाद भी संतोषी की तरफ से कोई आवाज नहीं आई। झांक कर उसने देखा तो अपने ही घर के छप्पर की धरण से बांधकर वह गले में दुपट्टा बांधे हुए चौकी से नीचे झूल गई थी। उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद तो कोहराम मच गया। शोर सुनकर गांव के लोग वहां जुट गए। पुलिस को भी सूचना दी गई।
घटना की सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया है। इस बीच ग्रामीणों ने बताया कि संतोषी देवी का परिवार बेहद गरीब है और किसी तरह उन का भरण पोषण चल रहा था। आशंका व्यक्त की जा रही है कि शायद गरीबी से तंग आकर उसने खुदकुशी कर ली हो! हालांकि सघन पड़ताल के बाद ही इस बारे में पुष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है।