बांका लाइव ब्यूरो : बिहार के बांका जिले में अतिक्रमण अब एक स्थाई समस्या बन चुकी है। अतिक्रमण की वजह से जहां आम आवाम को अनेक मुसीबतों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं प्रशासन को भी यथा समय इनसे निपटने में भारी मशक्कत करनी पड़ती है। खास बात है कि बांका जिले में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का कोई भी अभियान पानी में लाठी मारने जैसा साबित हो जाता है क्योंकि प्रशासन का अभियान थमते ही अतिक्रमणकारी अपने मंसूबे को लेकर एक बार फिर से सक्रिय हो जाते हैं।
बहरहाल, ताजा मामला यह है कि शुक्रवार को बांका जिले में अतिक्रमण के खिलाफ एक बार फिर से ताबड़तोड़ और एक बड़ा अभियान चला। इस अभियान में सरकारी जमीन पर वर्षों से निर्मित 27 अवैध निर्माण बुलडोजर के सहारे ध्वस्त कर दिए गए। यह कार्रवाई बांका जिला अंतर्गत बाराहाट थाना क्षेत्र के केतपुरा गांव में की गई। प्रशासन की इस कार्रवाई से फिलहाल अतिक्रमणकारियों और अतिक्रमण का मंसूबा रखने वाले तत्वों में हड़कंप मच गया है।
जानकारी के अनुसार केतपुरा गांव में तालाब के आसपास के स्थित एक बड़ा भूखंड है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह जमीन बिहार सरकार की है। बताया गया कि परती जमीन देख कुछ स्थानीय दबंग तबके ने एक के बाद एक इस पर कब्जा जमाना शुरू किया और इस पर ताबड़तोड़ निर्माण कर दिए गए। इस अतिक्रमण के खिलाफ करीब 5 साल पूर्व पटना हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। बताया गया कि यह याचिका गांव के ही अवधेश पांडेय द्वारा दायर की गई थी।
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आखिरकार उक्त भूखंड से अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया। हाईकोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के साथ अधिकारी मौके पर जेसीबी और बुलडोजर के साथ पहुंच गए। हालांकि इससे पहले अतिक्रमणकारियों को स्वयं जमीन खाली करने की हिदायत की गई थी। लेकिन नहीं होने पर प्रशासन को सख्त रवैया अख्तियार करना पड़ा।
प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान चले बुलडोजर ने केतपुरा गांव स्थित उक्त सरकारी भूखंड को शुक्रवार को खाली करा लिया। इस दौरान उक्त भूखंड पर बने 27 अवैध निर्माण को बुलडोजर के सहारे ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासनिक टीम का नेतृत्व बाराहाट के अंचल अधिकारी राजेश कुमार एवं थाना अध्यक्ष एसडी प्रभाकर कर रहे थे। इस मौके पर बड़ी संख्या में सशस्त्र बल भी मौजूद थे।