
बांकावासियों की बढ़ गई हैं मुश्किलें, जिले के 4 प्रखंडों की करीब 8 लाख की आबादी का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क टूटा, अगले कई दिनों तक रह सकती है यह स्थिति..
बांका लाइव डेस्क : बिहार के बांका जिले से होकर बहने वाली चांदन नदी इन दिनों जिले के लोगों के लिए जी का जंजाल बन कर रह गई है। कभी इस जिले की जीवन रेखा कही जाने वाली इस नदी पर बने पुल के ध्वस्त हो जाने की वजह से बांका जिला दो हिस्सों में बंट कर रह गया है। ब्रेकिंग खबर यह है कि रविवार को इस नदी के दक्षिणी कैचमेंट एरिया में भारी बारिश होने की वजह से नदी में रविवार की शाम से ही उफान आ गया, जिसके तेज बहाव में यहां आवागमन के लिए अस्थाई तौर पर बना डायवर्सन एक बार फिर से बह गया है।
बांका शहर के बाबा भयहरण स्थान मंदिर के समीप से नदी के उस पार शंकरपुर के समीप तक बने इस डायवर्सन को इस बार सावन की नजर गत 29 जुलाई को ही लग गई जब इस दिन तड़के इस का पूर्वी हिस्सा करीब एक सौ मीटर की दूरी तक बह गया। इसके बाद तो जैसे जिले भर में हाहाकार मच गया। जिला दो भागों में बंट गया। करीब आठ लाख की आबादी का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क भंग हो गया। चांदन पुल निर्माण की जिम्मेदारी ले रखने वाली सरकारी एजेंसी पुल निर्माण निगम के अधिकारियों ने इसके 3 दिनों में चालू कर देने का तब दावा किया था।
लिहाजा इसकी मरम्मत का काम भी लगाया गया। कई बार इस तरह की बातें सामने आई कि अब 2 दिनों में डायवर्सन चालू हो जाएगा! लेकिन इन 10 दिनों में जिस मंथर गति से काम हुआ है और जिस तरह नदी का भी कमोबेश दबाव बना रहा, उसने यहां के लोगों की परेशानी और भी बढ़ा रखी है। डायवर्सन की कामचलाऊ मरम्मत के ठेका एजेंसी के मंसूबे को रविवार की रात एक बार फिर से चांदन नदी में आए उफान ने पानी पिला दिया।
रविवार की रात कहें या सोमवार को तड़के, करीब 2:00 बजे के आसपास चांदन नदी में तेज बहाव आया और इस डायवर्सन का बड़ा हिस्सा अपने साथ बहा ले गया। इस बार डायवर्सन का कटाव पहले से भी ज्यादा बड़ा हुआ है। यही नहीं डायवर्सन इस बार 2 जगहों पर कट गया है। पहले इस के पूर्वी हिस्से में क्षति हुई थी। लेकिन इस बार नदी के बीचो-बीच और पूर्वी हिस्से में चमरेली घाट के समीप बहुत बड़े हिस्से में डायवर्सन कट कर पानी में पूरी तरह बह गया है। बीच नदी में एक जेसीबी फंसा है। डायवर्सन में कटाव जारी है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि यदि नदी में तेज बहाव जारी रहा तो इस के पश्चिमी हिस्से में भी बड़ा कटाव हो सकता है।
खास बात है कि जिलेभर की आबादी को प्रभावित करने वाली इस बड़ी घटना को 10 घंटे बीत जाने के बाद भी किसी विभागीय अभियंता ने स्थिति का जायजा तक नहीं लिया है। सारी बातें फोन पर हो रही हैं। शहर के लोग दृश्य देखने डायवर्सन के बाकी बचे हिस्से पर पहुंच रहे हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ा खतरा हो सकता है। उन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं है। सब कुछ भगवान भरोसे है।
सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार के अनुसार रविवार को दिन में चांदन डैम सिर्फ एक फीट स्पील कर रहा था जो शाम तक बढ़कर डेढ़ फीट हो गया। रविवार की शाम चंदन नदी के कैचमेंट एरिया में भारी बारिश हुई जिससे डैम का स्पील रेट रात में बढ़कर ढाई फीट तक हो गया। रात करीब 2:00 बजे के आसपास चांदन डैम में ढाई फीट पानी स्पील करने की वजह से नदी में उफान आ गया और नदी का तेज बहाव डायवर्सन के एक बड़े हिस्से को अपने साथ बहा ले गया। अब यह स्थिति कितने दिनों तक रहेगी, कहा नहीं जा सकता! डायवर्सन की मरम्मत फिलहाल रुक गई है। इस स्थिति ने जिले भर के लोगों की परेशानी और भी ज्यादा बढ़ा दी है।