ब्यूरो रिपोर्ट / बांका : मंगलवार का दिन एक बार फिर से बांका जिले के लिए अमंगलकारी साबित हुआ। इस दिन जिले में वज्रपात ने मौत का कहर बरपाया। जिले के तीन अलग-अलग स्थानों पर हुए वज्रपात की चपेट में आने से एक महिला तथा एक बच्चा सहित चार लोग मौत के गाल में समा गए। मौत का सबब बने इन हादसों को लेकर जिले में कोहराम मच गया।
बांका जिले में मौत की बारिश कुछ ही देर के लिए हुई लेकिन बेहद दुखदाई रही। जानकारी के अनुसार बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरिया गांव में मंगलवार को सबेरे वज्रपात की चपेट में आकर एक बालक समेत दो व्यक्तियों की मौत हो गई। मृतकों में 60 वर्षीय आनंदी मंडल एवं 12 साल का सन्नी तांती शामिल हैं। बताया गया कि आनंदी मंडल डुमरिया गांव के एक वार्ड सदस्य राजकुमार मंडल के पिता थे।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक आनंदी मंडल खेतों की मेड़ बांधने बहियार गए थे। इसी दौरान बारिश होने लगी तो छिपने के लिए वह पीपल के एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। वहां पहले से ही अपनी मवेशी चरा रहा सन्नी तांती भी मौजूद था। इसी दौरान बारिश के साथ ठीक वहीं पर वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई। बताया गया कि सन्नी का असली घर शंभूगंज प्रखंड के केहनीचक था। लेकिन बचपन में ही उसकी मां की मौत हो गई थी जिसके बाद से वह अमरपुर के डुमरिया स्थित अपने नाना मुसहरु तांती के घर में ही रह रहा था।
इधर बांका जिले के ही पंजवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत माराटीकर गांव में वज्रपात की चपेट में आकर सुनीता देवी नामक 32 वर्ष की एक महिला की मौत हो गई। वह मुन्ना पासवान की पत्नी थी जो खेतों में मूंग की फसल तोड़ने गई थी। इसी दौरान वहां हुए वज्रपात की चपेट में आकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया कि सुनीता देवी को चार पुत्री और 2 पुत्र हैं। सबसे छोटे बच्चे की उम्र सिर्फ 10 माह है। इस दौरान वहां एक और महिला सुशील पासवान की पत्नी सावित्री देवी भी मौजूद थी जो वज्रपात के असर से बेहोश हो गई। उसका इलाज पंजवारा के एक निजी क्लीनिक में कराया गया।
वज्रपात की एक और घटना मंगलवार को सबेरे जिले के धोरैया थाना क्षेत्र अंतर्गत झिटका गांव में हुई जहां इसकी चपेट में आने से आशीष कुमार नामक एक शख्स की मौत हो गई। बताया गया कि घटना के वक्त आशीष कुमार बहियार में थे। इसी दौरान मूसलाधार बारिश के साथ वज्रपात भी हो रही थी। जहां आशीष मौजूद थे, ठीक वहीं पर एक ठनका गिरा जिसकी चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। बताया गया कि वह अजय यादव के पुत्र थे। जिले में मंगलवार को हुई सीरियल वज्रपात की इन घटनाओं ने मौत का तांडव मचा दिया। इन हादसों को लेकर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कोहराम मच गया।