बांका लाइव ब्यूरो : अभी पंचायत चुनावों का दौर चल रहा है। लिहाजा शराब की भी मांग बढ़ी है। पंचायत चुनावों को लेकर बढ़ी हुई शराब की मांग ने राज्य में शराबबंदी कानून की ऐसी की तैसी कर रखी है। इन कानूनों को लागू करने की पुलिस प्रशासन तथा उत्पाद विभाग की तमाम कोशिशें भी इन दिनों बहुत कारगर नहीं हो पा रही हैं। फिर भी शराब तस्करी पर ब्रेक लगाने सहित तस्करों को सबक सिखाने की उनकी मुहिम जारी है और ऐसे में कई बार तस्करों के ऐसे कारनामे भी उनके हाथ लग रहे हैं जिन्हें देख कर न सिर्फ पुलिस प्रशासन और उत्पाद विभाग के अधिकारी बल्कि आम आवाम भी हैरान हैं।
ऐसी ही एक अजीबोगरीब लेकिन बेहद शातिराना तरकीब के साथ शराब की खेप को मंजिल तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे दो तस्कर मंगलवार की सुबह बिहार में बांका जिले की चांदन पुलिस के हाथ लगे। पकड़े गए दोनों तस्कर मुंगेर एवं लखीसराय जिले के हैं। वे एक ठेले पर लोड ट्रैक्टर के तीन टायर के अंदर छिपाकर 583 बोतल विदेशी शराब मुंगेर ले जा रहे थे। लेकिन सामान्य वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने उन्हें देवघर- बांका की सीमा स्थित दर्दमारा चेक पोस्ट पर धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार शराब की बोतलों से भरे टायर कुछ इस तरह ठेले पर ले जाए जा रहे थे जैसे उन्हें कहीं किसी ट्रैक्टर में रिप्लेस करने के लिए ले जाया जा रहा हो। आशंका होने पर पुलिस ने जब तलाशी ली तो ट्रैक्टर के तीनों पहियों से 583 बोतल विदेशी शराब बरामद किए गए। पुलिस ने मौके पर शराब सहित ठेले को जब्त करते हुए ठेले को लेकर मुंगेर जा रहे दो शख्स को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार दोनों शख्स मुंगेर एवं लखीसराय जिले के हैं।
चांदन पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए शराब तस्करों में से एक ने अपना नाम प्रवीण पासवान, ग्राम मेदनी चौकी, लखीसराय बताया है, जबकि दूसरे ने खुद की पहचान विनय कुमार, संदलपुर, कासिम बाजार, मुंगेर के रूप में बताई है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। ज्ञात हो कि चांदन थाना क्षेत्र में ही कुछ दिन पूर्व एक ठेले पर बने गुप्त चेंबर में छिपाकर झारखंड से मुंगेर ले जाई जा रही देशी एवं विदेशी शराब की एक बड़ी खेप पुलिस ने पकड़ी थी। उक्त कार्रवाई में भी पकड़े गए शराब तस्कर मुंगेर के कासिम बाजार इलाके के ही रहने वाले बताए गए थे।
बिहार में अब शराबबंदी के बंद कर देना चाहिए। बस नौटंकी है