बिहार का बांका जिला इन दिनों हादसों का जिला बनकर रह गया है। यहां सुखद खबरें कम, हादसों की खबरें ज्यादा होती हैं। बांका जिले में शायद ही कोई दिन गुजरता हो, जब किसी हादसे की खबर नहीं आती हो। वज्रपात से मौत, डूबने से मौत, करंट लगने से मौत और सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाओं में मौतों की खबर जैसे इस जिले की हवा में बस गई है!
बांका लाइव ब्यूरो / कटोरिया : हादसे की ताजा खबर बांका जिले के कटोरिया थाना क्षेत्र से है, जहां सोमवार को एक मासूम बच्ची की नदी में डूब जाने से मौत हो गई। यह घटना कटोरिया थाना क्षेत्र के बेरधनिया गांव की है, जहां इसी थाना क्षेत्र के सतलेटवा गांव निवासी हीरालाल यादव की 5 वर्षीय पुत्री अमृता कुमारी की नहाने के दौरान सोमवार की दोपहर चनका नदी में डूब कर मौत हो गई। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है।

बताया गया कि बेरधनिया गांव में हीरालाल यादव का ससुराल है, जहां कल ही उनकी पत्नी अपनी मासूम बेटी के साथ मायके के परिजनों से मिलने आई थी। सोमवार की दोपहर अमृता अपनी मां के साथ गांव के ही बगल में बहने वाली चनका नदी में नहाने गई थी। नहाने के दौरान किसी तरह पैर फिसलने से वह एक गड्ढे में सरक गई और डूबने से दम घुट कर उसकी मौत हो गई।
इस हादसे के बाद गांव में हंगामा मच गया। बड़ी संख्या में लोग उधर दौड़े और बच्ची को बचाने का प्रयास किया। लेकिन जब तक बच्ची को नदी से निकाला गया, उसकी हालत बिगड़ चुकी थी। परिजन उसे लेकर कटोरिया रेफरल अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे के बाद हीरालाल यादव के अपने परिवार एवं ससुराल के परिवार में कोहराम मच गया है। ज्ञात हो कि बालू के बेतरतीब खनन के दौरान माफिया तत्व गड्ढे खोदकर बालू का उत्खनन कर रहे हैं। बालू उत्खनन के बाद गड्ढे भरे नहीं जाते, जो बाद में बारिश के दौरान मौत का सबब बनते हैं। ऐसे ही एक गड्ढे में गिर कर मासूम अमृता की सोमवार को मौत हो गई। लेकिन बालू माफियाओं को इससे क्या..!?