बांका लाइव न्यूज़ : बांका जिला अंतर्गत शंभूगंज का गंगटी डायवर्सन बुधवार को एक बार फिर से बह गया। फलस्वरूप शंभूगंज- असरगंज मार्ग पर यातायात ठप्प पड़ गया है। मुख्य मार्ग पर यातायात ठप्प पड़ जाने से बांका तथा मुंगेर जिले का सड़क संपर्क भंग हो गया है।
विदित हो कि शंभूगंज बाजार से निकलकर असरगंज की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर शंभूगंज से निकलते ही यह डायवर्सन है। डायवर्सन के उस पार पेट्रोल पंप है जबकि इस पार शंभूगंज बाजार। इसी स्थल पर सड़क को काटती हुई गंगटी नदी बहती है। इस नदी पर बने पुल को पुनर्निर्माण के लिए तोड़ा गया है।
पुल से सटे डायवर्सन का निर्माण किया गया है। डायवर्सन क्या है, सूखे दिनों में जैसे तैसे मिट्टी डालकर लोगों के चलने लायक पगडंडी बना दी गई है। बारिश शुरू हुई तो इस पगडंडी की पोल खुल गई। एक माह पूर्व भी नदी में आये मामूली बहाव ने ही डायवर्सन को धो दिया था। नदी में पानी कम हुआ तो इसे फिर से मिट्टी डालकर चलने लायक बना दिया गया।
शंभूगंज- असरगंज के बीच तमाम वाहनों का आवागमन इसी डायवर्सन पर चलकर होता है। सैकड़ों वाहन प्रतिदिन इस होकर से गुजरते हैं। लेकिन मंगलवार को क्षेत्र में खासकर गंगटी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा का असर दिखा और नदी में एक बार फिर से उफान आ गया। नदी के उफान में डायवर्सन एक बार फिर से बह गया।
इस बार डायवर्सन कुछ इस कदर बहा कि इस पर से होकर लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। शंभूगंज- असरगंज मार्ग पर यातायात बिल्कुल ठप्प पड़ गया है। सुबह से ही दर्जनों वाहन एक दूसरी तरफ जाने के लिए नदी किनारे आकर लग गए। किसी की हिम्मत नहीं हुई डायवर्सन पर वाहन उतारने की। लोग बस दूर से किनारे पर खड़े होकर देखते रहे। कुछ लोगों ने आपात स्थिति में डायवर्सन से होकर नदी पार करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें वापस होना पड़ा।
दरअसल, काफी दिनों से यह पुल निर्माणाधीन है। स्थानीय लोगों के मुताबिक संवेदक ने पुल में लगे लोहे बेचने की लालच में पहले ही पुल तोड़ दिए और समानांतर एक मामूली सा कमजोर डायवर्सन बना दिया। तब स्थानीय लोगों ने संवेदक को इस बात का सुझाव भी दिया था कि पहले पुल बन जाए फिर पुराने पुल को तोड़ने की कवायद की जाए।
जबकि रायपुरा- कुरमाडीह के बीच बनने वाले इस से भी बड़े पुल के निर्माण के वक्त संवेदक को इसी तरह की सलाह स्थानीय लोगों ने दी थी और वैसा ही किया गया। जिससे कभी लोगों को यातायात में दिक्कतें नहीं आईं। लेकिन गंगटी पुल के संवेदक ने उनकी नहीं सुनी और पुल तोड़ कर दोनों जिलों के संपर्क यातायात को एक कमजोर डायवर्सन के हवाले कर दिया, जिसका नतीजा है कि सिर्फ एक माह के दौरान दो बार डायवर्सन टूटने से बांका और मुंगेर ज़िले का संपर्क भंग हुआ है। इस बात से क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।