ब्यूरो रिपोर्ट : देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अभी थमी भी नहीं कि ब्लैक फंगस बीमारी लोगों को डराने लगी है। सरकारी तंत्र और स्वास्थ्य विभाग भी इस बीमारी के बढ़ते दायरे और इससे होने वाली मुश्किलों को लेकर परेशान है । बिहार की बात की जाये तो पटना में ब्लैक फंगस के 90 नए मामले सामने आये हैं जिनमें से 20 को अस्पताल में भर्ती किया गया है l इस तरह राज्य में ब्लैक फंगल के मरीजों की कुल संख्या 297 हो गयी है l
ब्लैक फंगस के 30 से ज्यादा मरीजों को आईजीआईएमएस के ओपीडी में भर्ती किया गया । इनमें से 25 मरीजों को जांच के बाद आवश्यक सलाह देकर घर भेज दिया गया। जबकि पाँच को भर्ती कर लिया गया। इनमें से तीन मरीज कोरोना निगेटिव हैं , जबकि दो पॉजिटिव मरीज हैं। इसके साथ ही अब फंगस वार्ड में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों की संख्या 69 हो गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक रविवार की शाम तक इनकी संख्या 64 थी। ब्लैक फंगस मरीजों में से 55 कोरोना निगेटिव हैं, जबकि 14 कोरोना पॉजिटिव हैं । सोमवार को 60 से अधिक ब्लैक फंगस के मरीज पटना एम्स की ओपीडी में पहुंचे, जिनमें से 15 गंभीर संक्रमितों को भर्ती किया गया। इस तरह यहां भर्ती मरीजों की संख्या 62 हो गई है।
पटना एम्स में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों का जिनकी हालत काफी गंभीर थी उनका सोमवार को ऑपरेशन किया गया। यहां अब तक 25 मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है। इस नए किस्म की बीमारी ने स्वस्थ्य विभाग से लेकर सरकार तक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्योंकि अब तक जो पूरा का पूरा स्वाथ्य महकमा कोरोना से निपटने में अपना सारा समय दे रहा था, इस ब्लैक फंगस नाम की नई बीमारी के आ जाने के कारण उन्हें भी नई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है l