बांका लाइव एक्सक्लूसिव : कोरोना संकट से जूझ रहे बांका जिले के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर यह है कि यहां इस वैश्विक महामारी की जद में आने वाले लोगों की पहचान आसान हो गई है। बांका जिले के लोगों को अब कोरोना टेस्ट के लिए दीर्घ प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। कोरोना संदिग्धों की जांच अब बांका में ही हो सकेगी। इसके लिए सदर अस्पताल में TRUE NAAT मशीन लगाई गई है।
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि बांका सदर अस्पताल में कोरोना टेस्ट के लिए लगाई गई ट्रूनेट मशीन काम करने लगी है। इसका शुभारंभ शनिवार को किया गया था। पहले दिन ट्रायल के तौर पर मशीन से 4 संदिग्धों के सैंपल जांच किए गए थे और खुश खबर यह रही कि उन सभी 4 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
ज्ञात हो कि बांका जिले में इधर कोरोना जांच की गति में अप्रत्याशित शिथिलता आई है। यह स्थिति दरअसल सरकार और स्वास्थ्य विभाग की नाकामी सिद्ध हुई है। बांका में टेस्ट की सुविधा थी ही नहीं। हाल में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना जांच की व्यवस्था की गई थी। लेकिन कुछ ही दिनों के भीतर इस व्यवस्था ने भी दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग अस्पताल को जांच किट उपलब्ध नहीं करा पाया।
अब बांका जिले के कोरोना संदिग्धों की जांच का सारा दारोमदार आरएमआरआई पटना पर आन पड़ा। सुविधाओं व संसाधनों की कमी और अत्यधिक दबाव की वजह से आरएमआरआई ने दो 2 दिन का गैप देकर कुछ जिलों की जांच की प्रक्रिया अपनाई। फलस्वरुप बांका जिले के सैंपल की भी जांच दो दिनों तक ठप रही। ऐसे में बांका सदर अस्पताल में लगी TRUE NAAT मशीन एक उम्मीद की तरह है। बशर्ते, यह चले और इससे जांच की प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रयास हो।
हालांकि यह सब कुछ अस्पताल प्रबंधन के रवैए पर निर्भर करता है। वरना अस्पताल में कई अवसरों पर पहले भी कई बड़ी मशीनें लगीं और बस लगी ही रह गईं। जिले की जनता (आम मरीजों) को इसका बहुत लाभ नहीं मिल सका। वैसे स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि ट्रू नेट मशीन से बांका जिले में कोरोना से जंग आसान होगी और आम लोग लाभान्वित होंगे।
विभागीय आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस मशीन से जांच की क्रोनोलॉजी यह है कि यदि इस में की गई जांच रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो पेशेंट को नेगेटिव मान लिया जाता है।लेकिन अगर इस मशीन की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो संबंधित मरीज के सैंपल रेगुलर जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेजे जाएंगे।