बांका लाइव ब्यूरो : पटना में 2 दिन पूर्व सत्ता के गलियारे में हुई अभूतपूर्व घटना को लेकर पूरा विपक्ष उबल रहा है। राजद और महागठबंधन से जुड़े अन्य दलों के नेता और कार्यकर्ता पूरे आक्रोश में हैं बिहार सशस्त्र पुलिस बल के अधिकारों को लेकर बिहार सरकार के नए नियम कानून का विरोध कर रहे राजद एवं महागठबंधन के विधायकों के साथ पुलिस द्वारा की गई बर्बरता पूर्ण कार्रवाई को लेकर यह विरोध जारी है। विरोध के इसी क्रम में शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान राजद की ओर से किया गया है।
बांका सहित जिले भर में बिहार बंद का आगाज जोर शोर से हुआ। सुबह से ही राजद नेता एवं कार्यकर्ता यहां की सड़कों पर उतरकर बंद करा रहे हैं। हालांकि होली का मौसम होने की वजह से दुकानें और बाजार सुबह से ही खुलने शुरू हो गए, लेकिन राजद कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए जिस तरह यहां सड़कों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, खुली हुई दुकानें भी बंद हो गईं। जो व्यापारी दुकानें खोलने के लिए आए थे उन्होंने भी फिलहाल अपनी दुकानों को नहीं खोलना ही बेहतर समझा।
यह नजारा बांका जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले भर के बाजारों और कस्बों में रहा। बंद के आह्वान एवं राजद कार्यकर्ताओं की सक्रियता की वजह से जिले की सड़कों पर यातायात भी प्रभावित हुआ। जगह जगह कार्यकर्ताओं ने बैरियर लगाकर एवं घेराबंदी करते हुए वाहनों को चलने से रोका। बांका शहर के प्रमुख चौक चौराहे पर राजद कार्यकर्ता सुबह से ही झंडा बैनर लेकर डटे रहे। कार्यकर्ताओं ने टोलियों में बंटकर प्रदर्शन और नारेबाजी भी की।
शहर के चौक चौराहे पर सड़क जाम और प्रदर्शन करने वालों में बेलहर विधानसभा क्षेत्र से राजद के पूर्व विधायक रामदेव यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता शेख जुम्मन, अनिरुद्ध यादव, गुड्डू यादव सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे। राजद कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने इस अवसर पर विधायकों के साथ सरकार के इशारे पर की गई बर्बरता पूर्ण पुलिस कार्रवाई व मार पिटाई आदि का जमकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह तानाशाही है। नीतीश सरकार पर उन्होंने जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश के शासन काल में बिहार में लोकतंत्र का मंदिर और संस्थान जिस तरह कलंकित हुआ है वह भारत के इतिहास का एक काला अध्याय है।