बांका लाइव ब्यूरो : लोक जनशक्ति पार्टी में नेतृत्व और पार्टी संगठन पर अधिकार को लेकर चल रहे हाई लेवल घमासान के बीच ये सवाल भी तेजी से उठने लगे हैं कि जो कुछ भी हुआ ऊपर के स्तर पर हुआ। निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं का बहुसंख्य आखिर किन के साथ है? जाहिर सी बात है.. ऐसे सवाल उठते ही जेहन में विभिन्न जिलों की टीमों के रुख को लेकर बात आती है। ज्यादातर कार्यकर्ता कहते हैं कि उन्हें नहीं मालूम पार्टी में ऊपर के स्तर पर क्या चल रहा है। उनके नेता चिराग पासवान हैं। पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान ने उन्हें इस पार्टी के संगठन और संचालन की जिम्मेदारी सौंपी है।
इन्हीं परिस्थितियों में हम बात करते हैं लोजपा की बांका जिला इकाई की, जिसके कार्यकर्ताओं ने आगे क्या करेंगे कहा नहीं जा सकता, लेकिन फिलहाल अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। लोजपा के बांका जिला संगठन से जुड़े प्रमुख नेताओं का कहना है कि पार्टी संगठन अपनी जगह कायम है और इसके नेता निर्विवाद रूप से चिराग पासवान ही हैं। लोजपा के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान ने उन्हें इस दल को चलाने की जिम्मेदारी सौंपी। वह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और रहेंगे।
लोजपा की बांका जिला इकाई के अध्यक्ष सुनील कुमार साह ने कहा कि पार्टी का बांका जिला संगठन पूरी ताकत और एकजुटता के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ है। पार्टी में हाई लेवल पर चल रहे घमासान को लेकर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को इन सब से क्या मतलब? पार्टी जहां थी वहीं है। कुछ सांसदों ने बगावत किया है तो यह उनका निजी निर्णय है। संगठन के लोगों से पूछ कर उन्होंने यह बगावत नहीं की। पार्टी की टिकट पर लड़कर चुनाव जीतने वाले सांसदों के इस व्यवहार को उन्होंने धोखा और असंवैधानिक बताया। उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर पदलोलुप लोग ही पशुपति कुमार पारस और बाकी सांसदों के साथ हैं।
बांका जिला लोजपा की पूर्व अध्यक्ष बेबी यादव ने कहा कि हम सभी चिराग पासवान के साथ हैं। वह पार्टी के निर्विवाद नेता हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। सिर्फ उनका आदेश, निर्णय और अनुशासन ही कार्यकर्ताओं को मान्य है। कार्यकर्ताओं से पूछे बगैर पशुपति कुमार पारस या बाकी सांसदों ने अज्ञात लालच में जो कदम उठाया है, कार्यकर्ता उनका समर्थन नहीं करते। उनके क्रियाकलाप असंवैधानिक हैं। असली लोजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में चल रहा है।
बहुत कुछ यही विचार पार्टी के जिला महासचिव एवं प्रवक्ता विपिन कुमार सिंह के भी हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता और धन के लालच में यदि कोई सांसद अथवा पार्टी का एक नेता खुद को संगठन से अलग कर ले तो वह खुद अलग हो जाता है। पार्टी और संगठन को कोई फर्क नहीं पड़ता। लोजपा की बांका जिला इकाई राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ है। पूरे जिले के पार्टी कार्यकर्ता चिराग पासवान के नेतृत्व में ही अपनी आस्था रखते हैं। दलित सेना जैसे पार्टी के अनुषांगिक सेल भी राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ हैं। पार्टी संगठन अपनी जगह कायम है। जो लोग अलग हुए, उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहले ही निष्कासित कर दिया है। फलस्वरूप उन्हें पार्टी में सांगठनिक स्तर पर कोई संवैधानिक अधिकार नहीं रह जाता।