बांका (ब्यूरो रिपोर्ट) : कहते हैं, ईश्वर की लिखी कौन मिटा सकता है! ईश्वर वही लिखते हैं जो उनकी मर्जी होती है। इसी को विधि का विधान कहते हैं। इस पर किसी का वश नहीं होता। किसी का जोर नहीं चलता। होनी को कौन टाल सकता है और अनहोनी कैसे रुक सकती है? ईश्वर की इसी व्यवस्था का एक क्रूर नमूना बांका जिले के एक गांव में सामने आया, जहां करीब साल भर पूर्व ब्याही गई एक गर्भवती युवती की करंट लगने से मौत हो गई। घटना ने उसके परिजनों के साथ-साथ गांव समाज में भी कोहराम मचा दिया है।
घटना बांका जिला अंतर्गत रजौन थाना क्षेत्र के मड़नी गांव की बताई गई है। यहां करीब 20 वर्ष की विवाहित युवती की करंट लगने से मौत हो गई। युवती के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उसका नाम रुकमणी था और वह चार माह की गर्भवती थी। घरवालों के मुताबिक करीब एक साल पूर्व उसकी शादी गांव के युवक शनि देव शर्मा से हुई थी। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। घर में उसके आने से लेकर उसके गर्भवती होने तक खुशी का माहौल था। लेकिन किसे पता था, ये खुशियों का माहौल एक दिन गम में तब्दील हो जाएगा।
घरवालों के मुताबिक घटना रविवार की है, जब वह अपने घर में गोबर से लिपाई कर रही थी। पास ही एक टेबल फैन चल रहा था। इसकी तार या बॉडी में लीकेज होने की वजह से करंट जमीन में फैल रहा था। गोबर से लिपाई के दौरान अर्थ मिलने की वजह से युवती करंट की चपेट में आ गई और बुरी तरह झुलस गई।
इस दौरान शोर-शराबा सुनकर घर के लोग वहां दौड़कर पहुंचे। जख्मी युवती को सबों ने इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की तैयारी की और प्रयास भी किया। लेकिन गंभीर रूप से करंट की चपेट में आ जाने की वजह से घर वालों ने बताया कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद युवती के परिवार वालों ने उसके मायके में इसकी सूचना दी है। हादसे के बाद दोनों परिवारों में शोक और क्रंदन का माहौल है।