बौंसी : एक ईंट भट्ठे पर काम कर रहे दो मजदूरों की संदिग्ध स्थितियों में मौत की खबर सुर्खियों में है। घटना बांका जिला अंतर्गत बौंसी प्रखंड के बंधुआकुरावा थाना क्षेत्र की है जहां एक ईंट भट्टे पर काम कर रहे दो मजदूरों की रहस्यमय स्थितियों में मौत हो गई। दोनों मजदूर पड़ोस के ही एक गांव के रहने वाले बताए गए हैं जिनकी उम्र करीब 48- 50 के बीच बताई गई है।
क्षेत्र में चर्चा है कि जहरीली शराब पीने से दोनों मजदूरों की मौत हुई है हालांकि इस बात की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। वैसे इस मामले में बिना कोई कानूनी प्रक्रिया अपनाए दोनों लाशों को रविवार को आनन-फानन में जला दिया गया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक मामले को इस तरह रफा-दफा करने के पीछे एक बड़े डील की बात बताई जा रही है। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक संपुष्टि नहीं है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक बंधुआकुरावा थाना क्षेत्र अंतर्गत बघवा मैदान के समीप ईंट के भट्टे लगाए जा रहे हैं जहां कई मजदूर काम कर रहे थे। बताया गया कि शनिवार को भट्ठे में आग दी गई थी। अपुष्ट चर्चा के मुताबिक शनिवार को कुछ मजदूरों ने जमकर शराब छंका। बाद में दो मजदूरों की हालत बिगड़ गई और अंततः उनकी मौत हो गई। दोनों मजदूर सांपडहर गांव के रहने वाले बताए गए हैं।
इस बीच दोनों मजदूरों का दाह संस्कार कर दिए जाने के बाद यह मामला चर्चा और विवादों में है। मजदूरों की मौत का मामला गहरा गया है। क्षेत्र में इस बात की जोरदार चर्चा है कि अगर दोनों मजदूरों की संदिग्ध स्थितियों में मौत हुई तो उनका पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाना चाहिए था ताकि इस बात की तस्दीक हो पाती कि उनकी मौत किस वजह से हुई। लेकिन बिना पोस्टमार्टम कराए दोनों मजदूरों के दाह संस्कार की इजाजत किसने और किस आधार पर दी इस बात को लेकर मामला गर्म हो रहा है। इस मामले में स्थानीय पुलिस की संदिग्ध भूमिका को लेकर भी जोरदार चर्चा है।