तालाब में डूब कर हुई युवक की मौत के बाद परिवार में कोहराम
बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले में होने वाली अकाल मौतों का अंतहीन सिलसिला जारी है। जिले में एक के बाद एक लगातार हो रही एक्सीडेंटल मौतों को लेकर लोग सदमे में हैं। जगह-जगह मातम का माहौल है। जिले में 24 घंटे के अंदर विद्युत स्पर्शाघात और वज्रपात से हुई मौतों के बाद अकाल मौत की तीसरी खबर रजौन प्रखंड के टेकनी गांव से आई है, जहां गुरुवार को एक युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गई।
तालाब में डूब कर हुई युवक की मौत के बाद न सिर्फ पूरा परिवार सदमे में है, बल्कि गांव के लोग भी इस त्रासदी पूर्ण घटना को लेकर शोक में डूबे हैं। पांच बच्चियों के पिता सुबोध मंडल रजौन प्रखंड के संझा श्यामपुर पंचायत अंतर्गत टेकनी गांव के रहने वाले थे। मेहनत कर कमाने खाने वाले सुबोध मंडल के घर में कल तक सब कुछ ठीक-ठाक था। लेकिन आज माहौल बदल गया है।
गुरुवार को सुबह करीब 8:00 बजे के आसपास गांव के ही समीप एक तालाब में डूब जाने से उनकी मौत हो गई है। करीब 2 घंटे बाद तालाब से उनका शव निकाला गया। पत्नी सरिता देवी के अनुसार गुरुवार की सुबह करीब 7:30 बजे वह शौच के लिए गांव के शक्ति पोखर की ओर गए थे। करीब 2 घंटे तक उनके वापस नहीं लौटने पर चिंता हुई तो उनकी खोज शुरू की गई।
सरिता देवी ने कहा कि पति सुबोध मंडल की तलाश करती हुई वह शक्ति पोखर की ओर गई तो वहां पोखर में कुछ कपड़े तैरते दिखे जो उसके पति सुबोध मंडल के थे। उसने शोर मचाया तो गांव के लोग भी दौड़कर वहां पहुंचे और उन्होंने पोखर में उतर कर सुबोध मंडल की तलाश शुरू की। कुछ ही देर में सुबोध मंडल को ढूंढ निकाला गया। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के समक्ष दिए अपने बयान में मृतक की पत्नी सरिता देवी ने कहा है कि उसके पति तैरना नहीं जानते थे। इधर ग्रामीणों के अनुसार शायद शौच के बाद पानी लेने के क्रम में सुबोध मंडल का पैर कीचड़ में फिसल गया हो सकता है, जिससे तालाब में डूब कर उसकी मौत हो गई। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है।