सेंट्रल डेस्क : कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह समाप्त भी नहीं हुई है l और इसकी तीसरी लहर का खौफ बढ़ने लगा है l देश में कोरोना के दूसरे लहर का कारण डेल्टा वैरिएंट को बताया जाता है l अब यह वैरिएंट पहले से ज्यादा खतनाक और मजबूत बनकर उभर रहा है जो कोरोना के भयावह तीसरी लहर की ओर इशारा कर रहा है l
इसे डेल्टा प्लस वैरिएंट माना जा रहा है l यह वैरिएंट पहले वाले डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है l केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये जानकारी दी कि जीनोम सिक्केसिंग के तहत देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक 22 मामले उजागर हुए हैं l
देश के तीन राज्य केरल , महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में डेल्टा प्लस ने आने पाँव पसारना आरम्भ कर दिया है l अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के मिलने वाले मामलों में से 16 महाराष्ट्र के रत्नागिरी एवं जलगांव जिले के हैं l बाकि मामले केरल और मध्य प्रदेश के हैं l
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने यह भी बताया की इस सन्दर्भ में सभी राज्यों को दिश- निर्देश दिए जा चुके हैं l जिससे समय रहते इस वायरस पर काबू किया जा सके और इस संक्रमण को अपना रूप विस्तृत करने का कोई अवसर न मिले l उन्होंने कहा की देश में अब तक 28 प्रयोगशालाओं का चयन किया जा चुका है l जहाँ कंसोर्टियम के जरिए वायरस की जीनोम सिक्केसिंग की जाएगी l
भारत के आलावा और भी 8 देशों में डेल्टा के प्लस वैरिएंट के पहचान की पुष्टि हो चुकी है l जिसमें स्विट्ज़रलैंड, जापान, पुर्तगाल, रूस, ब्रिटेन, के साथ साथ भारत के दो पड़ोसी मुल्क चीन और नेपाल भी शामिल हैं l इस खतरनाक वैरिएंट को डब्ल्यूएचओ ने वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न घोषित किया है l