बांका लाइव ब्यूरो : बिहार में सत्ताधारी जदयू के केंद्रीय नेतृत्व ने कल पार्टी के दो अनुषांगिक संगठनों के जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा की। घोषणा में बांका जिले का भी नाम शामिल है जिसके लिए महिला प्रकोष्ठ एवं अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष के नाम घोषित किए गए।
बांका जिला जदयू महिला प्रकोष्ठ की नव मनोनीत जिला अध्यक्ष सुजाता वैद्य का नाम किसी के लिए अनजान नहीं है। खासकर पार्टी संगठन में तो बिल्कुल नहीं। पार्टी संगठन में अरसे से उनकी सक्रियता रही है। नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच वह लोकप्रिय भी रही हैं। जदयू महिला प्रकोष्ठ की बांका जिला अध्यक्ष के रूप में सुजाता वैद्य का दोबारा मनोनयन हुआ है।
लेकिन इसी के साथ साथ रविवार को ही बांका जिला जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के नए जिलाध्यक्ष के रूप में दिवाकर पंडित का नाम घोषित हुआ है। विडंबना यह है कि बांका जिले में जदयू पार्टी संगठन के ही अंदर ज्यादातर लोगों के बीच दिवाकर पंडित का बेहतर तार्रुफ़ नहीं है।
बांका लाइव ने सोमवार की सुबह जिला जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के नव मनोनीत अध्यक्ष दिवाकर पंडित के बारे में जानने की कोशिश की। इस बारे में जदयू जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश मंडल ने सिर्फ इतना बताया कि दिवाकर पंडित बेलहर प्रखंड के हैं और अपने पंचायत से मुखिया रह चुके हैं। वह किस गांव के हैं जदयू जिलाध्यक्ष को नहीं मालूम।
इधर जदयू जिला संगठन की निवर्तमान कमेटी में पार्टी के व्यावसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रहे रितेश चौधरी ने दिवाकर पंडित जिन्हें जदयू जिला अति पिछड़ा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है के बारे में परिचय को लेकर अनभिज्ञता प्रकट की। उन्होंने कहा कि दिवाकर पंडित के बारे में वह नहीं जानते। कौन हैं, कहां हैं और किस गांव के हैं, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं। पूछने पर इन नेताओं ने कहा कि उनका कांटेक्ट नंबर भी उनके पास नहीं।