बांका लाइव डेस्क : बारिश के मौसम में प्रायः हर वर्ष बिहार में वज्रपात कहर बनकर बरपता है। वज्रपात की वजह से हर वर्ष बांका सहित राज्यभर में सैकड़ों लोगों की मौतें होती हैं। आपदा प्रबंधन विभाग वज्रपात से बचने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाता है।
लेकिन इसके बहुत फायदे राज्य को नहीं मिल रहे। आपदा प्रबंधन व मौसम विभाग की चेतावनी भी वज्रपात से होने वाली मौतों को रोकने में बहुत कामयाब नहीं हो रही। फिर भी लोगों को एक हद तक सतर्क करने में इससे बड़ी कामयाबी जरूर मिलती है।
फिलहाल आपदा प्रबंधन विभाग ने बांका सहित बिहार के 4 जिलों के लिए वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की है। बिहार के इन जिलों में बांका के अलावा भागलपुर, मुंगेर और जमुई जिले शामिल हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी चेतावनी में बांका जिले के सदर प्रखंड, बेलहर, चांदन, कटोरिया, अमरपुर, फुल्लीडुमर तथा शंभूगंज प्रखंड में बड़े पैमाने पर वज्रपात की आशंका जताई है। हालांकि यह चेतावनी बुधवार के लिए जारी की गई लेकिन जिस तरह मौसम ने करवट बदली है, गुरुवार को भी ऐसी आशंका बनी रहने की उम्मीद जताई गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग की चेतावनी के मुताबिक भागलपुर जिले के जगदीशपुर, शाहकुंड एवं सुल्तानगंज प्रखंड, मुंगेर जिले के तारापुर, टेटिया बंबर, असरगंज और संग्रामपुर प्रखंड एवं जमुई जिले के लक्ष्मीपुर, गिद्धौर, बरहट, चकाई एवं झाझा प्रखंड में 2 दिनों के भीतर फ्रिक्वेंट वज्रपात की आशंका व्यक्त करते हुए अलर्ट किया गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी चेतावनी में कहा गया है कि कई बार बिना बारिश के भी वज्रपात हो जाती है। ऐसे में मौसम देख कर ही बाहर निकलने की कोशिश करें। बारिश के दौरान घर से नहीं निकलें और सुरक्षित रहें।