बांका लाइव ब्यूरो : बिहार के बांका जिले में शुक्रवार को एक अजीबोगरीब हादसा हुआ। जिले के बौंसी प्रखंड अंतर्गत गेहूंआबरन गांव में शुक्रवार को अपराहन उस समय वज्रपात हुआ जब ना तो आसमान में बादल थे और ना ही वहां बारिश हो रही थी। वज्रपात की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक अन्य महिला गंभीर रूप से झुलस गई। गंभीर रूप से झुलसी महिला का इलाज बौंसी रेफरल अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दोपहर बाद करीब 2:00 बजे के आसपास गांव के स्वर्गीय केशव राय की 52 वर्षीय पत्नी मूर्ति देवी गांव की ही एक अन्य महिला हेमंत राय की पत्नी रुक्मणी देवी के साथ अपने घर के सामने बांस के बेड़े के समीप बैठ कर बातें कर रही थी। इस दौरान मौसम साफ था। ना आसमान में बादल थे और ना बारिश की दूर-दूर तक कोई संभावना।
लेकिन होनी को कौन टाल सकता है! जब दोनों महिलाएं बैठकर आपसी बातचीत में मशगूल थीं, तभी जोरदार गर्जना के साथ वहां वज्रपात हो गया। वज्रपात की चपेट में आकर दोनों महिलाएं झुलस कर अचित हो गईं। उनके परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से दोनों महिलाओं को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर उत्तम कुमार ड्यूटी पर तैनात थे।
डॉ उत्तम कुमार ने दोनों महिलाओं की जांच के बाद मूर्ति देवी को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर के मुताबिक अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही मूर्ति देवी की मौत हो चुकी थी। परिजनों के मुताबिक झुलसने से गंभीर रूप से घायल रुकमणी देवी का इलाज चल रहा है। इस घटना से मूर्ति देवी के परिजनों में कोहराम मचा है। रुकमणी देवी के भी परिवार वाले चिंतित हैं। इस हादसे को लेकर इलाके के लोग अचंभित हैं। लोगों का कहना है की होनी को कौन टाल सकता है! ईश्वर की जो मर्जी होती है वही होता है!