बांका लाइव डेस्क : महाराष्ट्र में बीजेपी को पछाड़कर सत्तासीन कांग्रेस, एनसीपी एवं शिवसेना गठबंधन यानी महाराष्ट्र विकास आघाडी सत्ता के गलियारे में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। सत्ता के गलियारे में शिवसेना कांग्रेस एवं एनसीपी ने आज अपनी पहली अग्नि परीक्षा पास कर ली है आज ही दूसरी अग्नि परीक्षा (विश्वास मत) की तैयारी चल रही है। रिजल्ट की प्रतीक्षा है। सरकार को आज सदन के पटल पर विश्वास मत हासिल करना है।

महाराष्ट्र की राजनीति के जानकार रेखांकित कर रहे हैं कि महाराष्ट्र विकास आघाडी के नेता राजनीति के गलियारे में कोई जोखिम मोल लेना नहीं चाहते। यही वजह है कि आज विश्वास मत से पहले विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पहले से चर्चा में रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं विधायक पृथ्वीराज चौहान की जगह नाना पटोले का नाम प्रस्तावित कर दिया गया।
नाना पटोले महाराष्ट्र के साकोली विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हैं। मुखर राजनेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले नाना पटोले भाजपा सांसद भी रहे हैं। किसानों की समस्याओं के मुद्दे पर भाजपा से इस्तीफा देने के बाद वे कांग्रेस में शामिल हुए थे। कांग्रेसी नेता के तौर पर अपने स्पष्ट एवं दो टूक वक्तव्य के लिए चर्चित रहे नाना पटोले पूर्व राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं।

राजनीतिक पंडितों की राय में महाराष्ट्र विकास आघाडी की स्थाई सेहत के लिए पृथ्वीराज चौहान की जगह नाना पटोले ज्यादा उपयुक्त विधानसभा अध्यक्ष साबित होंगे। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नाना पटोले के नाम का प्रस्ताव वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने किया। जबकि अतीत में दोनों के राजनीतिक रिश्ते 36 के रहे हैं। नाना पटोले ने प्रफुल्ल पटेल को चुनाव में भी पराजित किया था। माना यह भी जा रहा है कि पृथ्वीराज चौहान के रिश्ते एनसीपी से ठीक-ठाक नहीं रहे हैं। सदन की अध्यक्षता के लिए उनका नाम अघाड़ी में एक नई खटास पैदा कर सकती थी।
महाराष्ट्र विधानसभा में इस बार युवा विधायकों की तादाद काफी ज्यादा है। महाराष्ट्र की राजनीति में युवाओं की सक्रियता एवं साझेदारी भी काफी बढ़ी है। ऐसे में विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से अपने सेकेंड लाइनर युवा नेताओं को प्रमोट करने का भी ट्रेंड इस बार शुरू हुआ है। नाना पटोले को अध्यक्ष पद के लिए सामने लाने के पीछे राहुल गांधी की सक्रियता की भी चर्चा है।

राहुल गांधी ने ही नाना पटोले को महाराष्ट्र में नितिन गडकरी के खिलाफ कांग्रेस का टिकट देकर चुनाव लड़ाया था। चर्चा यह भी है कि महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर कांग्रेस में राहुल गांधी ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। जैसा कि आप जानते हैं शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे एवं एनसीपी की ओर से शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले एवं भतीजे अजित पवार का प्रमोशन महाराष्ट्र की राजनीति में युवाओं के बढ़ते दबदबे के ही संकेत हैं।