बांका लाइव ब्यूरो (मुंगेर) : दशहरा में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान मुंगेर में हुई पुलिस फायरिंग और एक युवक की मौत के मामले को लेकर गुस्साए मुंगेर शहर के लोगों का आक्रोश गुरुवार को उबल पड़ा। इस घटना को लेकर आक्रोशित सैकड़ों लोगों की भीड़ गुरुवार को मुंगेर शहर की सड़कों पर उतर पड़ी। गुस्साई भीड़ ने पहले एसपी कार्यालय में जबरदस्त तोड़-फोड़ की और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। फिर पूरबसराय थाना के सामने लगे पुलिस वाहन को आग के हवाले कर दिया।
इस घटना के बाद मुंगेर शहर में स्थिति बेकाबू हो गई है। आक्रोशित लोगों की भीड़ सड़क पर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन कर रही है। आक्रोशित भीड़ मुंगेर की पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को निलंबित करते हुए सभी दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रही है।
दरअसल देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान पुलिस ने पहले श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज किया फिर फायरिंग कर दी जिससे एक युवक की मौत हो गई। इस घटना को लेकर पूरे मुंगेर शहर में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। इसी आक्रोश का उबाल गुरुवार को मुंगेर शहर की सड़कों पर देखा जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर कर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
यह भीड़ सर्वप्रथम प्रदर्शन करते हुए किला परिसर स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और वहां भारी तोड़फोड़ की। बाद में आक्रोशित लोगों ने किला परिसर से निकलकर पहले कोतवाली थाना और फिर सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए पूरबसराय थाना पहुंची और वहां थाना के सामने खड़े पुलिस वाहन में आग लगा दिया। लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। मुंगेर में स्थिति पूरी तरह बेकाबू हो चुकी है।
लोगों के आक्रोश का आलम यह है कि शहर की सड़कों पर पहले से तैनात पुलिसकर्मी और पदाधिकारी भी अपनी जान बचा कर इधर-उधर छुप गए हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है और ना ही कोई कुछ इस बारे में बता रहे हैं। इस बीच खबर है कि राज्य सरकार ने मुंगेर के डीएम राजेश मीणा एवं एसपी लिपि सिंह को हटाने का आदेश दिया है। उधर बिहार निर्वाचन आयोग ने भी इस पूरे मामले की जांच 7 दिनों के भीतर पूरी करने का आदेश जारी किया है।