बांका लाइव ब्यूरो : शारदीय नवरात्र कलश स्थापन के साथ आरंभ हो चुका है। इसके साथ ही श्रद्धा, भक्ति और आराधना का सैलाब उमड़ने लगा है। भक्तजन पूजा पाठ में तल्लीन हैं। देवी मंडपों और दुर्गा मंदिरों के साथ-साथ लोगों के घरों में भी कलश स्थापन के बाद पूजा- आराधना एवं अनुष्ठान का माहौल है। हर तरफ श्रद्धा और भक्ति की बयार है। इस अवसर पर नवरात्रि का व्रत भी आरंभ हो चुका है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने अपने तरीके से संयम और विधि विधान के साथ नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं।
इस बीच जगह जगह देवी मंदिरों में दुर्गा पूजा एवं दशहरा की तैयारियां चल रही हैं। दुर्गा पूजा को लेकर अब तक कोई प्रशासनिक गाइडलाइंस जारी नहीं हो सका है। लिहाजा कई जगह मेले के आयोजन की भी तैयारियां हैं। देवी मंदिरों में माता दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। कई जगह प्रतिमाओं में रंग रोगन का काम चल रहा है तो कई जगह शिल्पकार देवी मां एवं अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में लगे हैं। दुर्गा पूजा एवं दशहरा को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल काफी बढ़ गई है। सुबह से लेकर शाम तक वस्त्र आदि एवं पूजा सामग्री के अलावा अन्य जरूरी सामानों की खरीदारी में लोग जुटे हुए हैं।
शारदीय नवरात्र को लेकर वातावरण में भी श्रद्धा और भक्ति की सुगंध व्याप रही है। सस्वर देवी सूक्त एवं चंडी पाठ से संपूर्ण वातावरण गुंजायमान है। सुबह से लेकर शाम तक बल्कि कई जगह देर रात्रि तक पूजा-पाठ, अनुष्ठान एवं भजन कीर्तन से माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो उठा है। देवी मंदिरों में पूजा अनुष्ठान के विशिष्ट आयोजन किए जा रहे हैं। कोरोना काल की तमाम बंदिशों के बावजूद दशहरा एवं दुर्गा पूजा के उत्साह एवं आयोजनों पर फिलहाल कहीं कोई असर नहीं दिख रहा। सुबह से लेकर शाम तक पूजा- पाठ, संध्या आरती और देर रात भजन तक के आयोजन नियमित चल रहे हैं।
अनेक मंदिरों में संध्या आरती के खास आयोजन चल रहे हैं। बांका जिला मुख्यालय में पुरानी ठाकुरबाड़ी स्थित देवी दुर्गा मंदिर में संध्या आरती का खास आयोजन हो रहा है। इस मंदिर में संध्या आरती का आरंभ से ही एक विशिष्ट जलवा रहा है। धूमधाम से संध्या आरती के आयोजन की परंपरा बांका शहर के देवी मंदिरों में पहली बार इसी देवी मंडप से आरंभ हुई है। हालांकि करहरिया एवं विजयनगर सहित अब कई अन्य मंदिरों में भी संध्या आरती के आयोजन जोरदार तरीके से किए जा रहे हैं। पुरानी ठाकुरबाड़ी दुर्गा मंदिर में संध्या आरती पंडित संजीव चौधरी, पंडित ओम प्रकाश झा एवं पंडित रत्नेश्वर ठाकुर द्वारा संयुक्त रुप से की जाती है, जिसमें श्रद्धालु समवेत रूप से शामिल होते हैं। संध्या आरती के बाद प्रसाद वितरण होता है। इस अनुष्ठान के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां मौजूद होते हैं।