बांका लाइव (नागेंद्र) : बांका जिले में आज मिट्टी के घर की एक दीवार तीन परिवारों पर मौत का कहर बन कर गिर पड़ी। आज सवेरे एक पुराने घर की जर्जर मिट्टी की दीवार गिरने से इसके नीचे दबकर 4 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। हादसे का शिकार हुए बच्चों के परिवार शोक के अथाह सागर में डूब गए।
घटना बांका जिला अंतर्गत धोरैया प्रखंड के तिलवारी गांव की है। इस गांव में भैरव यादव का एक पुराना मिट्टी का मकान है। घर तक पहुंचने के लिए एक संकरी गली है, जिसके पीछे रंजीत यादव का घर है।
भैरव यादव के पुराने मकान की स्थिति जर्जर है। मकान में बालू भरा पड़ा था। बारिश की वजह से बालू का वॉल्यूम बढ़ा और इससे लगी मिट्टी की एक दीवार पर ज्यादा दबाव बन जाने की वजह से पहले से जर्जर यह दीवार आज पूर्वाह्न करीब 9:00 बजे गिर पड़ी।
जिस वक्त यह दीवार गिरी, वहां कुछ बच्चे जिनकी संख्या करीब आधे दर्जन थी, दुनियादारी और मौत की दस्तक से बेखबर अपनी दुनिया में मस्त होकर खेल रहे थे। खेलते हुए बच्चों की अपनी ही खुशनुमा दुनिया थी। लेकिन दीवार धमाके के साथ उनके ऊपर इकाई गिर पड़ी, जिसने उनमें से चार की दुनिया बदल दी।
दीवार से दबने वाले बच्चों में से चार की मौत मौके पर ही हो गई। इनमें भैरव यादव के पड़ोसी रंजीत यादव की दो बच्ची साक्षी एवं मीनाक्षी के अलावा प्रिंस नामक एक बच्चा एवं सलोनी नामक एक बच्ची शामिल हैं। इस हादसे में दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें इलाज के लिए धोरैया पीएचसी में भर्ती कराया गया है।
इस हादसे के बाद पीड़ित परिवारों के साथ साथ पूरे गांव में कोहराम मच गया। बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए। खबर पाकर धोरैया के सीओ, बीडीओ, एसएचओ तथा बांका से एसडीपीओ भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मृत बच्चों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तत्काल अंत्येष्टि के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत परिजनों को राशि दी गई है। बीडीओ अभिनव भारती ने इस मौके पर कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद प्रत्येक मृत बच्चे के लिए संबंधित परिवार को आपदा राहत के तहत चार चार लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।