बांका लाइव ब्यूरो : बांका शहर से लगे चांदन पुल के उस पार का इलाका बारूद के ढेर पर है। रह रह कर होने वाली बमबारी- गोलीबारी और अन्य हिंसक घटनाओं से क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। ताजा घटना गुरुवार की देर शाम को हुई, जब कुछ असामाजिक तत्वों ने चांदन पुल के उस पार एक बार फिर से शंकरपुर के आसपास एक के बाद एक ताबड़तोड़ तीन चार बम विस्फोट कर दिए।
इस घटना के बाद क्षेत्र के लोग सकते में आ गए। बमबारी किसने की, इसमें कौन लोग शामिल थे, यह पता नहीं चल पाया है। रात के अंधेरे का फायदा उठाकर बमबारी करने वाले तत्व निकल भागने में कामयाब हो गए। इस बीच बांका तथा बाराहाट की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की तहकीकात की। हालांकि पुलिस भी इस मामले में फौरी तौर पर किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पायी है।
जब से चांदन पुल ध्वस्त हुआ है, तब से उस पार के इलाके में हिंसक झड़पों का दौर शुरू हो गया है। दहशतगर्दी से शुरू होकर मामले कई बार हिंसा तक पहुंच चुके हैं। कभी बालू की तिजारत तो कभी बालू ढोने वाले वाहनों के रास्ते को लेकर या फिर कभी शंकरपुर स्थित स्टैंड को लेकर विवाद होते रहे हैं, गोलीबारी होती रही है और बमबारी का भी सिलसिला जारी है।
चांदन पुल ध्वस्त होने के ठीक बाद नदी से होकर दो पहिया वाहनों या आम लोगों को पार कराने के लिए पैसे वसूली के चक्कर में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर शुरू हुए विवाद के सिलसिले की कड़ी में अब तक ऐसे आधे दर्जन मामले जुड़ चुके हैं। हाल ही में नवटोलिया और मजलिशपुर गांव में जमकर हिंसक झड़प हुई थी। उसके बाद शंकरपुर में ट्रैक्टर लगाने के विवाद में भी खड़ियारा एवं मजलिशपुर गांव के कुछ लोगों के बीच झड़प हुई।
तनाव और इसके पीछे के विवाद को लेकर सुलग रही आग ठंडी नहीं हुई है। कभी भी यह आग विस्फोटक रूप धारण कर सकती है। कुछ माह पूर्व उसी पार स्थित बालू ठेका एजेंसी के डंप पॉइंट पर भी गोलीबारी और बमबारी की घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि ताजा गुरुवार की देर शाम की घटना किस आशय और निमित्त हुई, इसका खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन बमबारी की ताजा घटना को लेकर आसपास रहने वाले लोग अज्ञात भय की आशंका से सहमे हुए हैं।