ALERT : लबालब भरा चांदन डैम, वाटर लेवल स्पील पॉइंट से है सिर्फ 1 इंच दूर, किसी भी वक्त कर सकता है स्पील
बांका लाइव डेस्क : बांका जिले का चांदन डैम लबालब भर चुका है। डैम का वाटर लेवल स्पील पॉइंट से सिर्फ 1 इंच दूर है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक डैम में मंगलवार की शाम 5:00 बजे तक 499.99 फीट पानी है। डैम का क्रेस्ट लेवल 500 फीट है। मतलब साफ है- खतरे की घंटी बज चुकी है! डैम किसी भी वक्त स्पील कर सकता है। विभागीय अनुमान है कि मंगलवार की देर रात तक किसी भी वक्त डैम का वाटर लेवल क्रेस्ट लेवल को छू सकता है, जिसके बाद स्पील होना शुरू हो जाएगा।
संतोषजनक बात यह है कि पिछले 2 दिनों से चांदन डैम के दक्षिणी कैचमेंट एरिया में ज्यादा बारिश नहीं हुई है। बल्कि एक तरह से बारिश का दौर थम गया है। यही वजह है कि डैम का जलस्तर जहां इसके पूर्व के तीन-चार दिनों तक तेजी से बढ़ा, वहीं 2 दिनों से इसकी रफ्तार काफी कम हो गई है। सोमवार की शाम तक चांदन डैम का वाटर लेवल 499.3 फीट था।
विभागीय कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि अगर कैचमेंट एरिया में थोड़ी और बारिश हुई, तो जल्द ही चांदन डैम स्पील करने लगेगा। हालांकि मंगलवार को उन्होंने जो जानकारी दी, उसके मुताबिक लगभग 18 घंटे के दौरान डैम का जलस्तर सिर्फ 6 इंच बढ़ा है। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि डैम के कैचमेंट एरिया में बारिश का दौर थमने अथवा पर्याप्त बारिश नहीं होने के कारण डैम में पानी के भराव की रफ्तार कम हुई है।
इस बीच डैम से पानी स्पील होने की स्थिति में चांदन नदी में होने वाले बहाव से उत्पन्न खतरे को लेकर इसके किनारे बसे गांवों के लोग चिंतित हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि अभी डैम से नदी में होने वाले जल निस्सारण से नदी किनारे और इसके आसपास के गांवों को कोई परेशानी नहीं होगी। अलबत्ता पानी का बहाव बढ़ जाने से कुछ स्ट्रक्चर्स पर दबाव बन सकते हैं। इनमें बांका शहर के पास चांदन नदी पर बना अस्थाई डायवर्सन भी शामिल है।
ज्ञात हो कि चांदन डैम में दो बीयर हैं। डैम से होने वाले स्पील रेट को कम करने के लिए बीयर में पानी छोड़ा जा सकता है और यह बचाव का एक बड़ा रास्ता भी है। लेकिन बीयर में पानी छोड़ने की निर्धारित तिथि 25 जुलाई है। ऐसे में बीयर में पानी छोड़ना किसानों के हित में नहीं होगा। लिहाजा डैम में और पानी बढ़ने की स्थिति में इसे स्पील ही होने देना होगा। डैम से स्पील होने वाला पानी इसके 11 यूनिट भंवरे से निकलता है जिसकी मात्रा काफी अधिक होती है। डैम स्पील होने की स्थिति में चांदन नदी में पानी का बहाव तेज होना अप्रत्याशित नहीं होगा।