बांका लाइव ब्यूरो : वर्ष के पहले और खास सूर्यग्रहण के मौके पर रविवार को बांका सहित जिले भर के विभिन्न नदियों और सरोवरों में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान जगह जगह भजन- कीर्तन एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए गए।
बेशक सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटना है और यह पूरी तरह वैज्ञानिक तथ्य है, लेकिन खगोलीय घटना होने के साथ-साथ चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण का व्यापक ज्योतिषीय एवं आध्यात्मिक महत्व भी है। धार्मिक मान्यता यह भी है कि राहु और केतु के आक्रमण की वजह से सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण जैसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं।
बहरहाल, सूर्यग्रहण को लेकर बांका सहित जिलेभर में आज विभिन्न नदियों और सरोवरों में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। पौराणिक मंदार पर्वत की तराई में स्थित पवित्र पापहरणी सरोवर में आसपास के इलाके के श्रद्धालु बड़ी संख्या में स्नान के लिए पहुंचे। हालांकि सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक की वजह से मंदिरों के पट बंद रहे।
जिले के सुप्रसिद्ध ज्येष्ठगौर नाथ के निकट चांदन नदी, धनकुंड नाथ शिवगंगा, लबोखर नाथ शिवगंगा, बांका शहर के भयहरण स्थान चांदन तट आदि में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सूर्यग्रहण को लेकर स्नान किया। जगह जगह भजन कीर्तन एवं धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए गए। श्रद्धालुओं ने सूर्य ग्रहण के दौरान अपने अपने घरों में भी सूर्य के साथ साथ सृष्टि की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया।