बांका लाइव ब्यूरो : बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कहा कि अब और भूखे पेट काम नहीं कर सकते स्वास्थ्य कर्मी। संघ के मुताबिक अनेक संवर्गों के स्वास्थ्य कर्मियों को पिछले 6 माह तक से वेतन नहीं मिला है। उन्हें सरकार की ओर से घोषित कई अन्य आर्थिक लाभ भी नहीं दिए गए हैं। ऐसे में कोरोना संकट और लॉकडाउन के इस दौर में अब और काम कर पाना मुश्किल हो रहा है।
अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर राज्य कमेटी के निर्णयानुसार बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की बांका जिला शाखा के तत्वावधान में स्वास्थ्य कर्मियों ने यहां सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना एवं प्रदर्शन आयोजित किया। तत्पश्चात उन्होंने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सिविल सर्जन के जरिए राज्य के प्रधान वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव को भेजा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बांका जिला मंत्री सनत कुमार ठाकुर ने की, जबकि नेतृत्व बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री अजय कुमार चौहान एवं अनुमंडल मंत्री मृत्युंजय कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर जिला मंत्री अजय कुमार चौहान ने कहा कि शीर्ष 2211 में कार्यरत महिला कर्मियों को विगत 5 से 6 महीने तक से वेतन नहीं मिला है।
जबकि वे कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रही हैं। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें संकट के इस दौर में भूखे पेट काम करना पड़ रहा है। यही नहीं मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद अभी तक किसी स्वास्थ्य कर्मी को मूल वेतन के समतुल्य राशि का भुगतान भी नहीं किया गया है। बाद में इन्हीं मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने सिविल सर्जन को एक ज्ञापन सौंपा।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष हरेकांत झा सहित प्रतिमा कुमारी, बबीता कुमारी, संतोषीनी सोरेन, पिंकी कुमारी, रूपम कुमारी, सुमित कुमार, राजेश कुमार मंडल, अशोक कुमार सिंह आदि स्वास्थ्य कर्मियों ने हिस्सा लिया।