बांका लाइव ब्यूरो : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एग्जिट पोल के आंकड़ों पर बहस जारी है। एग्जिट पोल में सुविधाजनक स्थिति में दिखाए गए दलों ने चुनाव परिणाम एग्जिट पोल के अनुमानों से कहीं आगे जाने की उम्मीद व्यक्त की है। वहीं कमजोर स्थिति में बताए गए दलों के नेता और कार्यकर्ता एग्जिट पोल के अनुमानों पर भरोसा करने को तैयार नहीं।
एग्जिट पोल के अनुमानों ने बांका जिले में भी एनडीए प्रत्याशियों की बेचैनी बढ़ा दी है। बांका जिले में 5 विधानसभा सीट हैं। इनमें से दो पर बीजेपी और तीन पर जदयू प्रत्याशी ने इस बार चुनाव लड़ा है। बांका और कटोरिया सीट पर बीजेपी प्रत्याशी हैं तो बेलहर, धोरैया और अमरपुर सीट पर जदयू प्रत्याशी की प्रतिष्ठा दांव पर है।
एग्जिट पोल के आंकड़े आने के बाद न सिर्फ महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं बल्कि एनडीए के घटक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भी बहस- मुबाहिसे का घमासान जारी है। लगातार इस बात पर बहस हो रही है कि कहां से कौन जीत रहा है। एनडीए प्रत्याशी और उनके समर्थक एग्जिट पोल के आंकड़ों को बेमतलब का बताते हुए अपनी जीत के दावे कर रहे हैं।
इधर महागठबंधन के प्रत्याशियों में एग्जिट पोल के आंकड़े आने के बाद संतोष का भाव है। महागठबंधन में शामिल दलों के नेता, प्रत्याशी और कार्यकर्ता भी एग्जिट पोल के आंकड़ों पर चर्चा और बहस कर रहे हैं। उनका दावा है कि एग्जिट पोल में जो आंकड़े बताए गए हैं, महागठबंधन को इस बार के चुनाव में इससे कहीं ज्यादा बड़ी सफलता हासिल होगी। पूर्ण बहुमत से महागठबंधन की सरकार बनेगी।
बहरहाल अब मतगणना को सिर्फ एक दिन का समय शेष रह गया है। कल सोमवार के बाद मंगलवार को यानी 10 नवंबर को मतगणना होगी। मतगणना के दिन दोपहर तक ही बहुत कुछ स्पष्ट हो चुका होगा। बांका जिले के पांचों विधानसभा सीटों के क्या नतीजे होंगे, यह बात भी सामने आ जाएगी। लेकिन वर्तमान स्थिति है कि एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद महागठबंधन के खेमे में जहां उत्साह का माहौल है, वहीं एनडीए के खेमों में संशय और परेशानी के भाव महसूस हो रहे हैं। महागठबंधन की ओर से बांका जिले के पांच में से चार बांका, कटोरिया, धोरैया और बेलहर विधानसभा सीटों पर राजद प्रत्याशी जबकि अमरपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ने इस बार चुनाव लड़ा है।