BANKA : पुरानी ठाकुरबाड़ी मोहल्ले के युवाओं ने मवेशियों के लिए बनाई रसोई
बांका लाइव डेस्क : लॉक डाउन की वजह से न सिर्फ गरीब, बेसहारा और लाचार लोग दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं बल्कि मवेशियों के लिए भी खाने के लाले पड़ रहे हैं। बांका शहर में बहुतेरे आवारा घूमने वाले मवेशियों के लिए तो और भी ज्यादा संकट है।
बेतहाशा और बेतरतीब शहरीकरण की वजह से आज बांका टाउन में कहीं गोचर नहीं दिख रहा। ऐसे में जो पालतू मवेशी हैं उनके लिए तो किसान जैसे तैसे खाने का इंतजाम कर रहे, लेकिन जो आवारा मवेशी हैं, उन्हें हाट बाजार या गली मोहल्ले में घूम कर जो मिलता था उसी से अपना काम चला रहे थे।
लेकिन लॉक डाउन की वजह से बाजार और दुकानें बंद हैं। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे। फलस्वरूप ऐसे आवारा मवेशियों के लिए खाने पीने का घनघोर संकट उत्पन्न हो गया है। इन मवेशियों के संकट को देखते हुए बांका शहर के कचहरी रोड स्थित पुरानी ठाकुरबाड़ी मोहल्ले के कुछ युवकों ने खिचड़ी बनाई और इन मवेशियों को खाना खिलाया।
इन युवकों की इस नेक पहल का सर्वत्र स्वागत हो रहा है। आवारा किंतु बेजुबान इन मवेशियों के लिए खिचड़ी की रसोई तैयार करने वालों में कुमार धीरज मिश्रा उर्फ मित्तू, सौरभ मिश्रा उर्फ सिंटू, गौरव मिश्रा, मिलन कुमार तथा उमंग कुमार आदि शामिल थे। खिचड़ी बनाने के बाद उन्होंने पुरानी ठाकुरबाड़ी एवं आसपास घूमते आवारा गायों, बछड़ों और कुत्तों को पत्तल में परोस कर खिलाया।
सलाम है एेसी सोच को