बांका लाइव ब्यूरो / धोरैया : बिहार के बांका जिला अंतर्गत धोरैया प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में गिरी एक मिट्टी की दीवार ने एक परिवार की तो मानो दुनिया ही उजाड़ दी। धोरैया प्रखंड क्षेत्र के सिझझत गांव में मिट्टी की एक दीवार गिर जाने से इसके मलबे के नीचे दबकर 5 वर्ष के एक मासूम बालक की मौत हो गई। इस हादसे के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मच गया।
जानकारी के अनुसार सिझझत गांव के पप्पू मांझी का 5 वर्षीय पुत्र प्रीतम कुमार अपने घर से निकलकर खेलने पड़ोस में जा रहा था। इस दौरान वह जिस गली से गुजर रहा था, उस गली में मिट्टी की एक जर्जर पुरानी दीवार एकाएक गिर गई, जिसके मलबे के नीचे प्रीतम आकर दब गया। इस बात का शोर होने पर घर और पड़ोस के लोग वहां दौड़कर पहुंचे और प्रीतम को किसी तरह मलबे से निकाला।
लेकिन जब तक प्रीतम को मलबे से निकाला गया, तब तक काफी देर हो चुकी थी। मासूम प्रीतम की मलबे के नीचे दम घुट जाने से मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पुलिस तक पहुंची, जिसके बाद धनकुंड ओपी के सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार पासवान घटनास्थल पर पहुंचे। सब इंस्पेक्टर पासवान ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने की बात कही। लेकिन घर वाले तैयार नहीं थे। हालांकि काफी समझाने बुझाने के बाद घर वाले इसके लिए राजी हुए तो मासूम की लाश पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेजी गई।
इस हादसे के बाद मृतक प्रीतम के परिवार में कोहराम मच गया है। पास पड़ोस के लोग भी इस घटना को लेकर सकते में हैं। ज्ञात हो कि बांका जिले में बारिश का मौसम मौत का आफत लेकर आता है। वज्रपात, सर्पदंश और पानी में डूब कर होने वाली मौतों के अलावा इस जिले में बारिश के मौसम में बड़ी संख्या में घर दीवार गिरने की घटनाओं में भी अनेक लोगों की जानें जाती हैं। सिर्फ इसी वर्ष बारिश के मौसम में अब तक बांका जिले में मकान और दीवार गिरने से मलबे में दबकर करीब दर्जन भर लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं। ये घटनाएं मुख्य रूप से बांका, धोरैया, अमरपुर, बौंसी और शंभूगंज प्रखंडों में हुई हैं।