
बांका लाइव / स्टेट डेस्क : बिहार की राजधानी पटना से इस वक्त एक बहुत बड़ी खबर है। राजधानी पटना के पुनाइचाक मोहल्ले में स्थित एक कार्यपालक अभियंता के आवास पर निगरानी विभाग की टीम ने छापा मारा है। निगरानी रेड में अब तक करीब 75 लाख रुपए की नकदी, विभिन्न बैंकों के ढाई दर्जन से ज्यादा पासबुक, बीमा की दर्जनभर पॉलिसी एवं जमीन संबंधी कई अन्य दस्तावेज मिले हैं। निगरानी विभाग की इस छापामारी के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
खबरों में कहा गया है कि निगरानी विभाग के दस्ते ने जब उक्त कार्यपालक अभियंता के आवास पर छापामारी की तो वहां से भारी मात्रा में बरामद नोटों की गड्डी, पासबुक, बैंक अकाउंट एवं अन्य करोड़ों की संपत्ति से जुड़े कागजात देख स्वयं अधिकारियों की आंखें फटी रह गईं। छापामारी के पहले ही चरण में निगरानी दस्ते को इंजीनियर के घर से करीब 60 लाख रुपये की नगदी एवं अकूत संपत्ति से जुड़े कागजात हाथ लगे। राशि गिनने के लिए दस्ते को मशीन मंगानी पड़ी है। छापामारी जारी है।
जानकार सूत्रों के मुताबिक जिस कार्यपालक अभियंता के घर एवं ठिकाने पर निगरानी विभाग के दस्ते ने छापामारी की है, उसका नाम रविंद्र कुमार बताया गया है जो हाल तक पथ निर्माण विभाग में कार्यपालक अभियंता के तौर पर हाजीपुर में पदस्थापित था। विगत 22 जून 2021 को उसका स्थानांतरण बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन पटना में किया गया था। इस इंजीनियर की धाक एवं उसका रसूख विभाग और राजधानी पटना में भी चर्चा का विषय था।
बताया गया कि इंजीनियर को जब निगरानी विभाग की छापेमारी की भनक लगी तो उसने अपने घर में छुपा कर रखी गई नकदी एवं संपत्ति से जुड़े कुछ कागजात इधर उधर करने की भी कोशिश की। निगरानी विभाग की टीम इंजीनियर की इस हरकत की भी जांच कर रही है। नोटों की गिनती के लिए बैंक से मशीन मंगाई गई है। पथ निर्माण विभाग में मजबूत पकड़ रखने वाले इस कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर छापामारी के बाद संबंधित विभाग एवं अन्य जुड़े लोगों के बीच हड़कंप मच गया है।
इस बीच बताया जा रहा है कि निगरानी के शिकंजे में आने वाला कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग में काफी मजबूत दबदबा रखता था। रसूख वाले इसे इंजीनियर की विभाग में काफी चलती थी और स्वयं उसे मनमाना पोस्टिंग मिलती रही थी। सुविज्ञ सूत्रों के मुताबिक इसकी वजह बताई जा रही है कि अभियंता को बीजेपी के एक कद्दावर नेता का वरदहस्त प्रात था। बताया यह भी जा रहा है कि यह इंजीनियर बीजेपी कोटे से रहे एक पूर्व मंत्री (वर्तमान में विधायक) का रिश्तेदार है। इस पूर्व मंत्री का वरदहस्त प्राप्त एक अन्य कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर भी करीब 2 साल पूर्व छापामारी हुई थी, जिसमें करोड़ों रुपए मिले थे।