फिर अधिकारी किस मुंह से कहते हैं कि स्वच्छ हो गया है बांका शहर!
इसी पुरानी ठाकुरबाड़ी के पास से होकर मलिकटोला मोहल्ले को सड़क जाती है। इस चौराहे पर पड़ा गंदगी का अंबार, सघन बदबू और सड़ांध शहर में स्वच्छता की स्थिति का नमूना बना हुआ है।
शहरवासियों को याद नहीं कि हाल के महीनों में इस जगह की सफाई भी हुई हो। जब तब सड़क के दोनों ओर की नालियों से कचरा निकाल कर सड़क पर रख दिए जाते हैं, जो वाहनों और पैरों से कुचल कर या फिर बारिश से धूल कर नालियों में पहुंच जाते हैं। इसी स्थल पर मांस मछली की दर्जनभर से ज्यादा दुकानें हैं। इन दुकानों के विभत्स कचरे भी इन्हीं नालियों और सड़क के मुहाने पड़े होते हैं। नगर पंचायत ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया। अब जबकि नगर परिषद बन चुका है बांका नगर निकाय, तो लोगों में उम्मीद जगी यहां सफाई की। लेकिन अब तक पहले वाली स्थिति में बदलाव नहीं हो पाने से यहां के व्यवसायी, दुकानदार और आमजन निराश हैं।