बांका लाइव ब्यूरो : बांका जिले मैं चल रही मैट्रिक की परीक्षा के दौरान एक सेंटर से दो फर्जी परीक्षार्थियों के पकड़े जाने के बाद यह बात स्पष्ट हो गई है कि इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक की परीक्षा में भी यहां फर्जी परीक्षार्थियों का रैकेट सक्रिय है। यह रैकेट अलग-अलग शर्तों और मानदंडों पर अपना काम कर रहा है। कुछ लोग पैसे लेकर तो कुछ अपने रिश्तेदारों के बदले परीक्षा दे रहे हैं।
मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन जिले के अमरपुर स्थित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय केंद्र से ऐसे दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। दोनों फर्जी परीक्षार्थी इसी प्रखंड के भरको उच्च विद्यालय के दो अलग-अलग परीक्षार्थियों के बदले परीक्षा में शामिल हो रहे थे। पकड़े जाने के बाद दोनों ने जो बयान दिया उसके मुताबिक एक ने पैसे लेकर दूसरे परीक्षार्थी की जगह परीक्षा देने की बात स्वीकार की तो दूसरे फर्जी परीक्षार्थी ने कहा वह अपने भाई के बदले परीक्षा दे रहा था।
अभी हाल ही में संपन्न हुए इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी अमरपुर प्रखंड के ही शाहपुर उच्च विद्यालय केंद्र से दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। बांका शहर में स्थित पीटीजे महिला कॉलेज में भी एक फर्जी परीक्षार्थी का पता चला था लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका। इंटरमीडिएट की परीक्षा में तो फर्जी परीक्षार्थियों का रैकेट चलाने वाले गैंग का भी पर्दाफाश होने की बात कही जा रही थी।
मैट्रिक की परीक्षा में इस रैकेट की सक्रियता अब खुलकर सामने आ गई है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब यहां फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। बल्कि इससे पहले भी प्रायः हर वर्ष ऐसे परीक्षार्थियों की मौजूदगी परीक्षा में सामने आती रही है। कुछ वर्ष पूर्व यहां इसी तरह की परीक्षा में एक बड़े फर्जी परीक्षार्थी रैकेट का पर्दाफाश हुआ था जिस में सक्रिय कई लोग पकड़े भी गए थे। तब बताया गया था कि ऐसे रैकेट का कारोबार लाखों में होता है और उनकी पहुंच शिक्षा माफियाओं तक होती है।