धार्मिकबांका

पुरानी ठाकुरबाड़ी दुर्गा मंडप में क़ायम है शाम ए अवध व सुबह ए बनारस का माहौल

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बांका लाइव ब्यूरो : शारदीय नवरात्र के छठे दिन माता दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा अर्चना के साथ दुर्गा पूजा का माहौल पूरी तरह फेस्टिव हो चुका है। घरों से लेकर देवी मंडपों तक पूजा अर्चना, देवी गीत, भजन संकीर्तन के साथ गूंजते शंख, घंटे और नगाड़े के स्वर यहां के माहौल को पूरी तरह भक्तिमय बना रहे हैं। सुबह होते ही धूप धुमना, अगरबत्ती और गुग्गुल की सुगंध संपूर्ण वातावरण को सुवासित कर रही है। देवी मंदिरों के साथ-साथ घर घर में चल रहे मार्कंडेय पुराण के देवी सर्ग दुर्गा सप्तशती के सस्वर पाठ से वातावरण पूरी तरह देवीमय हो गया है।

श्रद्धा और भक्ति से सराबोर माहौल में शंख नगाड़ा व घंटे की धुन पर गूंज रहे देवी गीतों के स्वर

बांका शहर में 4 देवी मंडप हैं जहां माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर शारदीय नवरात्र में विशेष आयोजन किए जाते हैं। करहरिया, जगतपुर, विजयनगर और पुरानी ठाकुरबाड़ी.. इन चार देवी मंदिरों में दुर्गा पूजा के अवसर पर 3 दिनों का मेला भी लगता है। इस दौरान पूरे शहर में उत्सव का माहौल होता है। हालांकि इस वर्ष कोरोना महामारी को लेकर जारी प्रशासनिक आदेश की वजह से उत्सव का यह माहौल कमतर है, मेले की गुंजाइश भी संदिग्ध है, लेकिन श्रद्धा, भक्ति और उल्लास में कहीं कोई कमी नहीं।

सभी देवी मंदिरों में सुबह से लेकर देर रात तक पूजा पाठ भजन संकीर्तन और देवी गीतों का माहौल कायम है। लेकिन यह माहौल जिस प्रकार पुरानी ठाकुरबाड़ी देवी मंडप में परवान पर है, उसकी चर्चा सर्वत्र है। एक वाक्य में अगर बनारस की सुबह और अवध की शाम का माहौल देखना हो तो पुरानी ठाकुरबाड़ी देवी मंडप में चले आइए। सुबह से ही पूजा पाठ करने वाले श्रद्धालुओं का ताता मंडप में लग जाता है। चंडी पाठ के उठते स्वरों के बीच धूप धुमना और अगरबत्ती की सुगंध से संपूर्ण वातावरण स्निग्ध और सुवासित हो उठता है। यह सिलसिला दोपहर बाद तक जारी रहता है।

संध्या काल में इस देवी मंडप में पूरे नवरात्र भर नौ दिनों तक विशेष संध्या आरती का आयोजन होता है, जिसमें शहर के तकरीबन सभी हिस्से के श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। जगमगाती रोशनी और खुले वातावरण के बीच भव्य दुर्गा मंदिर में माता दुर्गा भवानी की संध्या आरती के दौरान आचार्य और पंडितों के सस्वर पाठ के साथ श्रद्धालुओं की कंठ ध्वनि एक खास नैसर्गिक अनुभूति का एहसास कराती है। पुरानी ठाकुरबाड़ी देवी मंडप में आचार्य पंडित संजीव चौधरी एवं पंडित ओम प्रकाश झा के साथ साथ पंडित रत्नेश्वर ठाकुर अनुष्ठान संपन्न कर रहे हैं। आयोजन समिति के कुमार धीरज उर्फ मित्तू एवं गौरव मिश्रा के अनुसार इस देवी मंडप की संध्या आरती एक खास आयोजन है जो पूरे शहर में श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र है। इस वर्ष इस आयोजन में कोरोना संकट को लेकर जारी सरकारी दिशानिर्देशों के अंतर्गत फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं सैनिटाइजेशन का खास ख्याल रखा जा रहा है।


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