
बांका लाइव ब्यूरो : भाई बहन के पवित्र संबंधों पर केंद्रित लोक पर्व करमा धरमा के अवसर पर स्नान के दौरान नदी में डूबी तीनों बच्चियां के शव बरामद कर लिए गए हैं। काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने बच्चियों के शव निकाले। बहुत देर तक पानी में डूबी रहने की वजह से तीनों बच्चियों की दम घुटने से मौत हो गई। बच्चियों के शव नदी के पानी में बह कर बांस की झाड़ियों में अटक गए थे, जहां से गोताखोरों ने उन्होंने निकाल लिया है। इस हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई है। धोरैया के अंचलाधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।
बिहार के बांका जिला अंतर्गत धोरैया प्रखंड क्षेत्र में खड़ौदा जोठा पंचायत के पोठिया गांव के समीप गहिरा नदी में शुक्रवार को दोपहर बाद दिल दहला देने वाला यह बड़ा हादसा हुआ है, जहां करमा पर्व को लेकर स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में गए बच्चों में से पांच नदी में डूब गए। इनमें एक लड़का एवं 4 लड़कियां शामिल थे। हालांकि हो हल्ला सुनकर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने किसी तरह दो बच्चों को जीवित बाहर निकाल लिया। पानी से बाहर निकाल लिए गए दोनों बच्चे 10 वर्षीय अमर कुमार एवं 8 वर्षीय आशिष्टिका कुमारी सगे भाई बहन एवं गांव के शंभू मालाकार के बच्चे हैं।
हालांकि इस हादसे में नदी में डूबी आजाद साह की 12 वर्षीय पुत्री कोमल कुमारी, कुंदन सिंह की 12 वर्षीय पुत्री अनुष्का कुमारी एवं हेमेंद्र प्रसाद सिंह की 11 वर्षीय पुत्री ईनु कुमारी को निकाला नहीं जा सका और वे नदी की धारा में बह गईं। स्थानीय लोगों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन इन बच्चियों का कोई पता नहीं चल सका। घटना की खबर सुनकर अंचलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और बच्चियों को ढूंढ निकालने के लिए फौरन बौंसी से गोताखोरों को बुलाया।
बौंसी से पहुंचे गोताखोरों ने काफी मशक्कत के बाद आखिरकार तीनों बच्चियों को ढूंढ निकाला। इन बच्चियों की पानी में काफी देर तक रहने की वजह से दम घुटने से मौत हो चुकी थी। उनकी लाश कुछ दूर आगे बांस की झाड़ियों में फंसी होने की बात कही गई है। तीनों बच्चियों की लाश मिलने के बाद गांव में कोहराम मच गया है। लोक पर्व करमा का उल्लास घोर मातम में बदल गया है।
क्रंदन और चीख-पुकार से गांव में दिल दहला देने वाला माहौल कायम हो गया है। जिन तीन बच्चियों की लाश नदी से निकाली गई है, वे स्कूलों में पढ़ती थीं। उनमें कोमल कुमारी सातवीं कक्षा में, ईनु कुमारी पांचवीं कक्षा में एवं अनुष्का कुमारी नवोदय विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ती थी। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक तीनों बच्चियों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की तैयारियां की जा रही हैं।