बांका लाइव ब्यूरो : बिहार के बांका जिले में शुक्रवार को उस वक्त मोहर्रम का मातम गहरा गया, जब ताजिए के पहलाम के लिए जा रहे अखाड़े के साथ चल रहे दो बच्चे तालाब में डूब कर मौत के गाल में समा गए। दोनों बच्चों की उम्र करीब 12- 13 वर्ष थी और दोनों एक ही गांव के थे। घटना बांका जिला अंतर्गत शंभूगंज थाना क्षेत्र के महथुडीह गांव की है। इस हादसे के बाद दोनों बच्चों के परिजनों के साथ साथ पूरे गांव में कोहराम मच गया।
बांका जिला अंतर्गत शंभूगंज थाना क्षेत्र के महथुडीह गांव चुटिया बेलारी पंचायत में पड़ता है। इस गांव के लोग शुक्रवार को मुहर्रम के अवसर पर ताजिए के पहलाम की तैयारियों में थे। गांव के मस्जिद से निशान लेकर अखाड़ा जुलूस में शामिल लोग कर्बला की ओर बढ़ रहे थे। इस जुलूस में बड़ी संख्या में गांव के बच्चे भी शामिल थे। जुलूस के मार्ग में बेलारी- शंभूगंज मार्ग पर सड़क के किनारे एक तालाब है, जहां कुछ बच्चे जुलूस से निकलकर स्नान करने लगे।
इन्हीं में महथुडीह गांव निवासी मोहम्मद सरफराज आलम का 12 वर्षीय पुत्र मोहम्मद डब्लू एवं मोहम्मद रुस्तम का 13 वर्षीय पुत्र मोहम्मद जीशान रजा भी शामिल हो गए और दोनों तालाब में स्नान करने के लिए उतर गए। लेकिन दुर्भाग्यवश दोनों तालाब के कीचड़ में फिसल कर गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। उन्हें डूबता देख बाकी बच्चों ने शोर मचाया तो ताजिया जुलूस में शामिल लोग दौड़कर वहां पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला।
लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। दोनों बच्चों की तालाब के पानी में दम घुटने से मौत हो चुकी थी। इस घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। दोनों बच्चों के घरवालों ने बताया कि वे पढ़ाई के साथ साथ घर गृहस्थी के कामों में भी सहयोग करते थे। बच्चों की मौत से उनका संसार उजड़ गया है। डब्लू चौथी कक्षा और जीशान पांचवी कक्षा में उर्दू मध्य विद्यालय बेलारी में पढ़ता था।
इस हादसे की सूचना मिलने के बाद अंचलाधिकारी अशोक कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक इंद्रदेव राय एवं सहायक अवर निरीक्षक शिवलोचन पासवान महथुडीह गांव पहुंचे। पुलिस दोनों बच्चों के शव का पोस्टमार्टम कराने के पक्ष में थी। लेकिन पहले तो परिवार वाले इस बात को लेकर अड़ गए कि उन्हें पोस्टमार्टम नहीं करानी, लेकिन काफी समझाने बुझाने के बाद उन्होंने पदाधिकारियों की बात मान ली, जिसके बाद पुलिस ने दोनों बच्चों की लाशों को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेजा। अंचलाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवारों से आपदा सहायता के लिए आवेदन मांगा गया है, ताकि उन्हें जल्द से जल्द सहायता राशि दिलाई जा सके।