बांका लाइव ब्यूरो : एक भीषण अग्निकांड में एक परिवार का सब कुछ नष्ट हो गया। धन और जन की हानि की उक्ति इस परिवार के लिए चस्पां हो गई। आग ने इस परिवार का सब कुछ छीन लिया। यह भीषण, दर्दनाक और मर्मान्तक हादसा शुक्रवार की दोपहर बांका जिले के धनकुंड थाना अंतर्गत बबुरा गांव में हुआ, जिसके बारे में सुनकर हर कोई सन्न है।
जानकारी के अनुसार धनकुंड थाना क्षेत्र के बबुरा गांव में शुक्रवार की दोपहर किसी तरह बुधो दास नामक व्यक्ति के घर में आग लग गई। बताया गया कि घर में जब आग लगी थी तब बुधो दास और उसकी पत्नी बैहियार में काम करने गए थे। बुधो दास एक मजदूर परिवार का मुखिया है। जब वे दोनों पति पत्नी काम करने बाहर गए थे, उनके मासूम बच्चे घर पर ही थे।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक बच्चे घर में खेल कूद रहे थे। तभी घर से धुआं उठने लगा। देखते ही देखते आग की लपटें तेज होने लगी और पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। बच्चे घर में ही फंस गए। घर से उठती आग की लपटों को देख गांव के लोग दौड़े जरूर, लेकिन आग पर काबू पाना उनके वश के बाहर साबित हुआ।
तीनों बच्चे आग की चपेट में आने से झुलस कर गंभीर हो गए। ग्रामीणों का प्रयास भी उन बच्चों को बचा नहीं सका। अत्याधिक झुलस जाने से दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों सगी बहने थीं। 6 वर्षीय चांदनी और 5 वर्षीय सोनाक्षी, जिनकी मौत हो गई, दोनों बच्चियां बुधो दास की बेटियां थीं। इस अग्निकांड में बुधो दास का डेढ़ वर्ष का पुत्र ओम कुमार भी झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे फौरन सनहौला अस्पताल ले जाया गया। उसकी स्थिति भी गंभीर बताई गई है।
इस हादसे ने पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया है। बुधो दास और उसकी पत्नी की दुनिया उजड़ गई है। खाने-पीने के अनाज और रहने के आशियां समेत उनकी संतान भी इस अग्निकांड में नष्ट हो गई है। हादसे ने पूरे इलाके को सन्न दिया है। घर में कैसे आग लगी, यह अब तक रहस्य बना हुआ है। कुछ लोगों के मुताबिक काम पर जाने से पूर्व बुधो दास के घर में खाना बना था, जिसके बाद चूल्हे में आग बची रह गई थी। इसी आग की चिंगारी ने पूरे परिवार के भविष्य को लील लिया।