सावधान कंस! तुम्हें मुक्ति देने के लिए जन्म ले चुके हैं भगवान श्री कृष्ण!
बांका LIVE डेस्क : जिले के पांडेय जी गांव में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में बनारस के कथावाचक व्यास अशोक जी महाराज द्वारा श्री कृष्ण जन्म के प्रसंग पर प्रवचन किया गया. जिसमें बताया गया कि राजा कंस की बहन देवकी एवं वसुदेव पुत्र श्री कृष्ण जी महाराज का जन्म हुआ. सात पुत्र को कंस द्वारा मार दिए जाने के बाद आठवां जो संतान के रुप में श्री कृष्ण का जन्म हुआ. उसी दिन नंद और यशोदा के यहां भगवती स्वरूप एक बच्ची का जन्म हुआ था. जब कृष्ण का जन्म हुआ तो वासुदेव बरसात भरी रात में भगवान श्रीकृष्ण को लेकर नंद के घर ले जाकर श्रीकृष्ण को पहुंचा दिया. और वहां जन्मी उनकी पुत्री को लेकर वासुदेव देवकी के पास चले आए. जब कंस को पता चला कि देवकी को आठवां संतान हुआ है तो वहां से अपने सेना के साथ अपने कारागृह में पहुंचे और देवकी के हाथ से संतान के रूप में बेटी को ले उसे भी मारने के लिए लेकर चले गए. जब उसे मारने के लिए घुमाकर पत्थर पर पटकना चाहा उसी वक्त उनके हाथ से फिसल कर वह आकाश में उड़ गई और आकाशवाणी हुआ कि कंस तुम्हें मारने वाला जन्म ले चुका है, विंध्याचल निवासिनी भगवती को तुम क्या मार पाओगे!