बांका में काल बनकर आयी आंधी और वर्षा, ले गयी दो लोगों की जान
बांका लाइव डेस्क : सच कहते हैं.. प्रकृति पर किसी का जोर नहीं. प्रकृति के प्रकोप पर तो और भी नहीं. सोमवार की शाम क्षेत्र में प्रकृति ने कुछ इसी तरह का तांडव मचाया, जिसने कुछ देर के लिए लोगों को हतप्रभ कर दिया. प्रकृति ने जोरदार तबाही मचाई. भीषण आंधी-तूफान, बारिश और ओलावृष्टि से न सिर्फ करीब डेढ़- दो घंटे के लिए जनजीवन ठहर गया, बल्कि भारी आर्थिक क्षति के साथ यह प्राकृतिक विपदा जिले से एक महिला समेत दो जाने भी अपने साथ ले गयी. जिले के धोरैया प्रखंड अंतर्गत मोटांगा गांव में जहां आंधी के दौरान गिरे पेड़ से दबकर एक महिला की मौत हो गई, वहीं एक मजदूर की मौत कटोरिया प्रखंड अंतर्गत सिहुलिया गांव में वज्रपात से हो गयी.
जानकारी के अनुसार धोरैया थाना अंतर्गत मोटांगा गांव के मदन मंडल की पत्नी 35 वर्षीय माला देवी सोमवार की शाम गांव से कुछ दूर पैर पहाड़ी से शिव चर्चा सुनकर वापस अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान तेज आंधी और बारिश शुरु हो गयी. आंधी के दौरान वह अपने गांव से बाहर बगीचे में छिप गई. इसी दौरान वह आंधी से गिरे आम के टिकोले चुनने का प्रयास करने लगी. तभी आंधी के दबाव में ताड़ का एक पेड़ बीच से टूट कर जमीन पर गिर पड़ा जिसके नीचे दबकर महिला माला देवी की मौत हो गयी.
हालांकि पेड़ गिरने की आवाज सुनकर परिवार और गांव के लोग वहां दौड़े और माला देवी को जख्मी समझ उसे अस्पताल ले जाने लगे. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत की पुष्टि होने पर लाश लेकर वापस लौट गए. इसी शाम एक अन्य घटना में कटोरिया प्रखंड अंतर्गत सिहुलिया गांव में कैलाश मंडल नामक एक 28 वर्षीय मजदूर की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी. कैलाश मंडल इसी गांव का था और एक राज मिस्त्री के साथ दीवार निर्माण के काम में लगा था. आंधी बारिश के दौरान वज्रपात होने से उस की चपेट में आकर उस की मौके पर ही मौत हो गयी.