सुहाग की रक्षा और दीर्घायु के लिए सुहागिनों ने किया वट सावित्री व्रत
बांका LIVE डेस्क : बांका सहित पूर्व बिहार में गुरुवार को वट सावित्री पर्व की धूम रही. इस दिन सुहागिनों ने व्रत रखते हुए वट वृक्ष की पूजा की और भांमर दिया. सुहागिनों ने इस अवसर पर अपने सुहाग की रक्षा और उनके दीर्घायु की कामना की. इस व्रत को लेकर तमाम ब्याहे गए वटवृक्ष के नीचे बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाएं एवं युवतियां एकत्रित हुईं और उन्होंने सामूहिक रुप से पूजा अर्चना की. रंग-बिरंगे वस्त्रों में सजी महिलाएं एवं युवतियां बांस के डाले में पकवान, मिठाई एवं अन्य पूजन सामग्री तथा बांस के ही बने पंखे लेकर वटवृक्ष के नीचे पहुचीं. उन्होंने कच्चे धागे से वटवृक्ष को सात बार बांधा और उनकी पूजा करते हुए अपने सुहाग की रक्षा और दीर्घायु की प्रार्थना की. यह व्रत सावित्री और सत्यवान की पौराणिक कथाओं से जुड़ा है. इससे एक दिन पहले सुहागिनों ने उपवास रखकर इस व्रत की शुरुआत की. वटसावित्री व्रत को लेकर गुरुवार को दोपहर बाद तक वृक्षों के नीचे भारी चहलपहल और मेले का दृश्य रहा. नई नवेली दुल्हनों के लिए पहला वट सावित्री व्रत खास तौर पर महत्वपूर्ण रहा. पंडितों की भी उपस्थिति इस अवसर पर वट वृक्ष के नीचे रही और उन्होंने सुहागिनों को सावित्री एवं सत्यवान की कथा सुनाई. इस अवसर पर प्रसाद वितरण भी किया गया. इससे पहले बुधवार को वट सावित्री व्रत की खरीदारी के लिए देर रात तक बाजारों में भीड़ उमड़ती रही.